वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं केरल विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पी पी थंकाचन का हुआ निधन
राजकुमार सुरेश
- 11 Sep 2025, 08:30 PM
- Updated: 08:30 PM
कोच्चि, 11 सितंबर (भाषा) केरल विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी पी थंकाचन का बृहस्पतिवार को अलुवा के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि थंकाचन ने अपराह्न करीब साढ़े चार बजे अंतिम सांस ली। उनका पिछले एक महीने से वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों का इलाज चल रहा था और उन्हें छाती में संक्रमण भी था तथा वह जीवनरक्षक प्रणाली पर थे।
उनके परिवार में पत्नी टी. वी. थंकम्मा और तीन संतान हैं। उनका अंतिम संस्कार बाद में किया जाएगा।
अंगमाली में 29 जुलाई 1939 को जन्मे थंकाचन ने कांग्रेस के माध्यम से सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया। वह 26 वर्ष की आयु में पेरुम्बवूर नगर परिषद के अध्यक्ष बने। वह पहली बार 1982 में पेरुम्बवूर से केरल विधानसभा के लिए चुने गए और 2001 तक इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे।
उन्होंने 1987 से 1991 तक विपक्ष के मुख्य सचेतक के रूप में और बाद में मई 1995 से 1996 तक राज्य के कृषि मंत्री के रूप में अपनी सेवा दी। वह 2004 में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने।
थंकाचन संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के संयोजक, रबर बोर्ड के सदस्य और केरल मार्केटफेड के अध्यक्ष समेत कई अन्य पदों पर रहे।
विभिन्न दलों के नेताओं ने थंकाचन के निधन पर शोक व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा, ‘‘थंकाचन ने अपनी हर भूमिका में एक विशिष्ट छाप छोड़ी और मंत्री तथा विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान लोगों को एकजुट करने में सक्षम रहे।’’
पूर्व रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने कहा कि थंकाचन एर्नाकुलम में छात्र जीवन से ही उनके घनिष्ठ मित्र थे।
विधानसभा में विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन ने कहा कि थंकाचन की सलाह उनके लिए अमूल्य होती थी।
विपक्षी यूडीएफ के संयोजक अदूर प्रकाश ने थंकाचन को राजनीति में पितातुल्य बताया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अध्यक्ष सनी जोसेफ ने याद करते हुए कहा कि थंकाचन का निधन कांग्रेस के लिए एक बड़ी क्षति है।
कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रमेश चेन्नितला, कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव एम वी गोविंदन ने भी थंकाचन के निधन पर शोक व्यक्त किया।
भाषा राजकुमार