जम्मू-कश्मीर: आप विधायक को हिरासत में लिए जाने पर दंपति के बीच झगड़े का वीडियो वायरल
प्रीति माधव
- 09 Sep 2025, 08:39 PM
- Updated: 08:39 PM
जम्मू, नौ सितंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मेहराज मलिक कोजन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिए जाने के विवाद के बीच जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले का एक वीडियो सामने आया है, जहां एक दंपति का इस मुद्दे पर अलग-अलग विचार होता है और इस कारण उनके बीच झगड़ा हो जाता है।
इस वीडियो को ‘‘डोडा डिबेट’’ नाम दिया गया है, जिसमें खंड विकास परिषद की एक पूर्व महिला सदस्य सीधे प्रसारित (लाइव स्ट्रीमिंग) हो रहे वीडियो में विधायक मलिक का बचाव करती हुईं नजर आ रही हैं और इसी दौरान उनके पति अचानक वीडियो में दिखाई देते हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि वह उनकी पत्नी द्वारा वीडियो में राजनीतिक टिप्पणी से नाराज़ हैं।
डोडा से विधायक और ‘आप’ की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष मलिक को सार्वजनिक व्यवस्था में कथित रूप से खलल डालने के आरोप में पीएसए के तहत सोमवार को हिरासत में लिया गया था और बाद में उन्हें कठुआ जिला जेल में बंद किया गया।
सार्वजनिक रूप से अपने जोशीले भाषणों के लिए मशहूर फातिमा फारूक सोमवार की शाम को जेल में बंद किए गए नेता का पुरजोर तरीके से बचाव कर रही थीं तभी उनके पति (जो शांत जीवन पसंद करते हैं) अचानक वहां आ गए।
सीधे प्रसारित हो रहे वीडियो में वे दोनों वाद-विवाद करने लगे।
पत्नी मलिक के साथ हुए ‘अन्याय’ के बारे में बात करती हुई दिखाई देती है जबकि उनके पति इससे नाराज होकर महिला पर चिल्लाना शुरू कर देते हैं। वीडियो में उन्होंने (पति) ने कहा, ‘‘तू क्या लाइव कर रही है’’
इस बीच, पति ने गुस्से में आकर सीधे प्रसारित हो रहे वीडियो को समाप्त करने का प्रयास किया और फोन छीन लिया तथा धमकी देते हुए कहा, ‘‘मैं तेरी गर्दन दबा दूंगा...’’
पत्नी (अनुभवी राजनीतिज्ञ) जरा भी नहीं डरी और उन्होंने अपने पति की ओर कैमरा घुमाते हुए कहा, ‘‘देखो, सब लोग! ये मेरे पति हैं, जो सच्चाई के खिलाफ खड़े हैं!’’
इस वीडियो को अब तक लाखों बार देखा जा चुका है और इसने सोशल मीडिया पर शादी में राजनीतिक मतभेदों की चुनौतियों को लेकर बहस छेड़ दी है।
महिला ने कहा, ‘‘सभी जानते हैं कि मैं मलिक की समर्थक नहीं हूं और मैं उपायुक्त के खिलाफ उनके अपमानजनक शब्दों की भी निंदा करती हूं, लेकिन उन पर पीएसए लगाने से सभी लोग निराश हुए हैं, खासकर गरीब लोग।’’
उन्होंने समर्थकों को सड़कों पर न उतरने की सलाह देते हुए कहा कि सबसे अच्छा तरीका यह है कि वे पीएसए को अदालत में चुनौती दें।
महिला ने मलिक के प्रति अपना समर्थन जताते हुए कहा कि यदि अपने निर्वाचन क्षेत्र के एक लाख मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है तो जमीनी स्तर पर काम करने वाले अन्य लोगों के साथ क्या किया जाता होगा।
उन्होंने अपने पति द्वारा वीडियो में हस्तक्षेप किए जाने से पहले कहा, ‘‘वह (मलिक) गरीबों के आंसू नहीं देख सकते थे... मैं उनकी ओर से उपायुक्त से माफ़ी मांगती हूं।’’
इस वीडियो के आखिरी 10 मिनट में उनके पति उन्हें (पत्नी) को गालियां देना शुरू कर देते हैं।
बीडीसी की पूर्व सदस्य ने आज सुबह एक बार फिर सोशल मीडिया पर सीधे प्रसारित किए जा रहे वीडियो में सभी से ‘‘सत्य के साथ खड़े होने’’ और मलिक की सुरक्षा और जेल से रिहाई के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं मलिक से कहना चाहती हूं कि आप अकेले नहीं हैं। मैं मलिक के साथ खड़ी हूं और यह मेरी ज़िम्मेदारी है।’’
महिला ने दावा किया कि ‘‘हमारे घर में सत्य का समर्थन करना अपराध बन गया है।’’
भाषा प्रीति