छत्तीसगढ़: रायपुर के एम्स में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू हुई
संजीव खारी
- 06 Sep 2025, 08:57 PM
- Updated: 08:57 PM
रायपुर, छह सितंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार को रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा की शुरुआत की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार रायपुर स्थित एम्स मध्य भारत का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है जहां रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू की गई है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘रोबोटिक सर्जरी छत्तीसगढ़ में चिकित्सा सुविधाओं के विकास में एक नया आयाम है। यह ऐतिहासिक क्षण प्रदेश की जनता को अत्याधुनिक और बेहतर उपचार उपलब्ध कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।’’
मुख्यमंत्री ने स्वयं ‘देव हस्त’ पर पहला ‘ड्राई लैब डिसेक्शन’ कर इस अत्याधुनिक तकनीक की औपचारिक शुरुआत की। य
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एम्स रायपुर में छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से भर्ती होने वाले मरीजों के परिजनों के लिए सर्व-सुविधायुक्त परिजन निवास निर्माण की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री साय ने कहा, ‘‘डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया गया है क्योंकि वे हमें जीवन प्रदान करते हैं। आज जिस रोबोटिक सर्जरी सुविधा की शुरुआत हो रही है, उसे ‘देव हस्त’ नाम दिया गया है। इसका लाभ न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि एम्स रायपुर में भर्ती होने वाले अन्य राज्यों के मरीजों को भी मिलेगा। एम्स रायपुर उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने में लगातार मील का पत्थर साबित हो रहा है।’’
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘एम्स रायपुर से मुझे विशेष लगाव है। जब रायपुर एम्स के निर्माण को स्वीकृति मिली थी, उस समय मैं सांसद था और प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से छत्तीसगढ़ में एम्स की शाखा स्थापित करने का आग्रह किया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह इसीलिए भी जरूरी था कि दिल्ली स्थित एकमात्र एम्स पर मरीजों का दबाव कम हो और अन्य राज्यों के लोगों को भी उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उनके राज्य में ही उपलब्ध हों। यह हमारा सौभाग्य है कि जिन छह राज्यों में एम्स स्थापित करने की स्वीकृति मिली, उनमें छत्तीसगढ़ भी शामिल था।’’
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि नवा रायपुर में पांच हजार बिस्तरों की क्षमता वाली ‘मेडिसिटी’ का निर्माण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के समय केवल एक मेडिकल कॉलेज था, जबकि आज प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘देव हस्त’ नामकरण प्रतियोगिता की विजेता ज्योत्सना किराडू को 5,000 रुपये की पुरस्कार राशि भी प्रदान की।
भाषा संजीव