गुजरात: पुलिस ने कर चोरी और अवैध सट्टेबाजी के मामले में भगोड़े को गिरफ्तार किया, यूएई से प्रत्यर्पित
जितेंद्र पवनेश
- 05 Sep 2025, 09:16 PM
- Updated: 09:16 PM
अहमदाबाद, पांच सितंबर (भाषा) गुजरात पुलिस ने कर चोरी, सट्टेबाजी और धन शोधन से जुड़े 2,300 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में वांछित एक भगोड़े को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने राज्य पुलिस और केंद्रीय गृह एवं विदेश मंत्रालयों के साथ समन्वित एक अभियान में आरोपी को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से प्रत्यर्पित किया था।
गुजरात पुलिस के राज्य निगरानी प्रकोष्ठ (एसएमसी) ने अहमदाबाद हवाई अड्डे पर हर्षित बाबूलाल जैन को हिरासत में ले लिया।
प्रकोष्ठ के पुलिस उपमहानिरीक्षक निर्लिप्त राय ने बताया कि जैन के खिलाफ इंटरपोल का रेड नोटिस जारी था।
एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया, “सीबीआई ने गुजरात पुलिस के अनुरोध पर नौ अगस्त, 2023 को इंटरपोल के माध्यम से हर्षित बाबूलाल जैन के खिलाफ रेड नोटिस जारी करवाया था। जैन को यूएई से प्रत्यर्पित किया गया और अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुजरात पुलिस को सौंप दिया गया।”
राय ने पत्रकारों को बताया कि जैन अवैध सट्टेबाजी, ‘डब्बा ट्रेडिंग’ और जुए से जुड़े 2,300 करोड़ रुपये के घोटाले में वांछित मुख्य आरोपी था।
‘डब्बा ट्रेडिंग’ का मतलब अवैध तरीके से प्रतिभूतियों का कारोबार है।
उन्होंने बताया, “अहमदाबाद पुलिस ने मार्च 2025 में मधुपुरा इलाके में जैन के कार्यालय पर छापा मारा और 436 चेकबुक, 438 डेबिट कार्ड, 193 सिम कार्ड और अन्य सामग्री जब्त कर चार लोगों को गिरफ्तार किया। इन सिम कार्ड और बैंक खातों का उपयोग कर सट्टेबाजी, जुआ और डब्बा ट्रेडिंग में आरोपियों की संलिप्तता साबित हुई।”
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच में पता चला कि जैन और उसके साथियों ने अपने अवैध धंधे को चलाने में इस्तेमाल होने वाले सिम कार्ड हासिल करने के लिए फर्मों के फर्जी दस्तावेज बनाए थे।
उन्होंने बताया कि जब्त किए गए कंप्यूटरों में सट्टेबाजी से जुड़े कई ऐप और आईडी भी मिले हैं।
अधिकारी ने बताया कि छापेमारी के बाद दुबई भाग गए आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया था।
राय ने बताया, “हमें जैन और अन्य द्वारा संचालित बैंक खातों में 2,300 करोड़ रुपये के लेन-देन मिले। वह (जैन) इस मामले में मुख्य आरोपी था। उससे पहले, हमने 36 लोगों को गिरफ्तार किया था। उसके ठिकाने के बारे में पता चलने पर हमने केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय किया और 2023 में यूएई सरकार को प्रत्यर्पण का प्रस्ताव भेजा, जिसके बाद उसे शुक्रवार को प्रत्यर्पित कर दिया गया।’’
उन्होंने बताया कि जैन को अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस उसकी रिमांड मांगेगी ताकि पता लगाया जा सके कि उसका पूरा नेटवर्क किस प्रकार काम करता था।
भाषा जितेंद्र