पंजाब: भगोड़े आप विधायक पठानमाजरा अब भी फरार, खोज जारी
सुमित नरेश
- 04 Sep 2025, 03:11 PM
- Updated: 03:11 PM
पटियाला, चार सितंबर (भाषा) नाटकीय घटनाक्रम के बीच पुलिस हिरासत से फरार हुए बलात्कार के आरोपी पंजाब के आम आदमी पार्टी (आप) विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा की तलाश बृहस्पतिवार को तेज कर दी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि पंजाब पुलिस के गैंगस्टर रोधी कार्यबल (एजीटीएफ) के एक दल को सनौर के विधायक को पकड़ने के लिए तैनात किया गया है, जो गैंगस्टरों और कुख्यात अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित है। विधायक द्वारा अपनी पार्टी के खिलाफ की गई टिप्पणी ने उन्हें विवाद के केंद्र में ला दिया है।
पहली बार विधायक बने पठानमाजरा मंगलवार को पुलिस हिरासत से फरार हो गए थे। पुलिस का दावा है कि हरियाणा के करनाल जिले के डबरी गांव में जब वो उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची, तब विधायक के समर्थकों ने गोलियां चलाईं और पथराव किया। उस समय पठानमाजरा अपने एक रिश्तेदार के घर पर थे।
उन्होंने बुधवार को एक अज्ञात स्थान से एक वीडियो संदेश जारी कर गोलीबारी में शामिल होने के पुलिस के दावों का खंडन किया और कहा कि जब उन्हें पता चला कि उन्हें ‘फर्जी मुठभेड़’ में मार दिया जाएगा, तो वे भाग गए।
यहां सिविल लाइन्स पुलिस थाने में एक सितंबर को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, पठानमाजरा पर बलात्कार, धोखाधड़ी और आपराधिक धमकी के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
यह मामला जीरकपुर की एक महिला की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया, जिसने आरोप लगाया था कि विधायक ने खुद को तलाकशुदा बताकर उसके साथ संबंध बनाए और बाद में 2021 में शादी कर ली, जबकि वह पहले से ही शादीशुदा थे।
उसने विधायक पर लगातार यौन शोषण, धमकियां देने और "अश्लील" सामग्री भेजने का आरोप लगाया।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पठानमाजरा ने मंगलवार को फेसबुक ‘लाइव’ पर पंजाब सरकार की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि दिल्ली स्थित आप नेतृत्व "पंजाब पर अवैध रूप से शासन कर रहा है"।
जब विधायक के निर्वाचन क्षेत्र के कई गांवों में रविवार को बाढ़ आई तो पठानमाजरा ने नौकरशाहों पर निशाना साधते हुए संवाददाताओं से कहा था कि वह टांगरी नदी की सफाई और नदी के किनारों को मजबूत करने के लिए नदी के पास की मिट्टी का उपयोग करने की अनुमति की मांग कर रहे थे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
पठानमाजरा ने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी प्रशासन को ठीक करने के बजाय पंजाब के विधायकों को दबाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने यह मुद्दा पंजाब विधानसभा में कई बार उठाया, प्रतिनिधिमंडल भेजे और व्यक्तिगत रूप से प्रमुख सचिव (जल संसाधन) कृष्ण कुमार से कई बार मुलाकात की लेकिन "एक भी सार्थक कदम नहीं उठाया गया।" उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से भी कुमार को उनके पद से हटाने का आग्रह किया था।
पठानमाजरा ने सोमवार को दावा किया था कि उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई है और उनके निर्वाचन क्षेत्र के सभी थाना प्रभारियों और पुलिस चौकी प्रमुखों का तबादला कर दिया गया है।
भाषा सुमित