उप्र: कांवड़ यात्रा के कारण दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी
सं जफर मनीषा खारी
- 08 Jul 2025, 02:09 PM
- Updated: 02:09 PM
मुजफ्फरनगर (उप्र), आठ जुलाई (भाषा) कांवड़ यात्रा के कारण 11 जुलाई से दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग और गंगा नहर मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी, जबकि 18 जुलाई से सभी प्रकार के वाहनों पर रोक रहेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा विशेष रूप से कांवड़ियों के लिए आरक्षित रहेगा।
मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के सुचारू और शांतिपूर्ण संचालन को सुनिश्चित करने के लिए वाहनों के लिए मार्ग परिवर्तन की विस्तृत योजना की घोषणा की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार के अनुसार 11 जुलाई से दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग और गंगा नहर मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी, जबकि 18 जुलाई से सभी प्रकार के वाहनों पर रोक रहेगी।
उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा विशेष रूप से कांवड़ियों के लिए आरक्षित रहेगा।
कांवड़ यात्रा इस वर्ष 11 से 23 जुलाई तक रहेगी। अधिकारियों का अनुमान है कि इसमें लगभग पांच करोड़ श्रद्धालुओं के भाग लेने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिले को 18 जोन और 88 सेक्टर में विभाजित किया गया है तथा निगरानी के लिए यात्रा मार्गों पर 1,543 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कांवड़ शिविरों के आयोजकों को अपने शिविरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने तथा सभी कार्यकर्ताओं के पास उचित पहचान पत्र रखने का निर्देश दिया गया है।
कांवड़ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश रोडवेज 60 विशेष बस चलाएगा और राज्य स्वास्थ्य विभाग मुजफ्फरनगर जिले में 43 चिकित्सा शिविर स्थापित करेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील तेवतिया ने बताया कि जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बीमार या घायल तीर्थयात्रियों के लिए लगभग 100 बिस्तर आरक्षित किए गए हैं।
पुलिस उप महानिरीक्षक (सहारनपुर रेंज) अभिषेक ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में प्रमुख नहरों के किनारे सभी प्रमुख स्नान स्थलों पर पुलिस, गोताखोरों को तैनात किया जाएगा।
अधिकारियों ने नागरिकों और यात्रियों से सुरक्षित व दुर्घटना मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्थाओं में सहयोग करने का आग्रह किया है।
भाषा सं जफर मनीषा