अमेरिका-भारत व्यापार समझौता करने के करीब हैं : ट्रंप
निहारिका मनीषा
- 08 Jul 2025, 11:00 AM
- Updated: 11:00 AM
(फाइल फोटो के साथ)
(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन, आठ जुलाई (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह भारत के साथ व्यापार समझौता करने के करीब है।
ट्रंप ने सोमवार को कहा, ‘‘ हमने ब्रिटेन के साथ एक समझौता किया है, हमने चीन के साथ एक समझौता किया है... हम भारत के साथ एक समझौता करने के करीब हैं। हमने अन्य लोगों से मुलाकात की और हमें नहीं लगता कि हम समझौता कर पाएंगे, इसलिए हमने उन्हें एक पत्र भेजा है। यदि आप सामान (अमेरिका) भेजना चाहते हैं, तो आपको इसका (शुल्क का) भुगतान करना होगा।’’
ट्रंप प्रशासन ने सोमवार को विभिन्न देशों को ‘पत्र’ भेजे जिसमें उन देशों के उत्पादों पर अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले शुल्कों का ब्योरा है।
बांग्लादेश, बोस्निया एंड हर्जेगोविना, कंबोडिया, इंडोनेशिया, जापान, कजाकिस्तान, लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक, मलेशिया, सर्बिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और ट्यूनीशिया को ट्रंप द्वारा हस्ताक्षरित पत्र भेजे गए हैं।
ट्रंप ने कहा, ‘‘ हम विभिन्न देशों को पत्र भेजकर बता रहे हैं कि उन्हें कितना शुल्क देना होगा।’’
उन्होंने कहा कि ये देश अमेरिका को ‘‘लूट’’ रहे हैं और ‘‘हम पर ऐसे शुल्क लगा रहे हैं जो पहले कभी किसी ने नहीं लगाए। कुछ ऐसे देश भी हैं जो 200 प्रतिशत शुल्क लगा रहे हैं और व्यापार करना असंभव बना रहे हैं।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ सोमवार को रात्रिभोज से पहले पत्रकारों के साथ बातचीत में ट्रंप ने कहा, ‘‘ शुल्क के कारण लोग और कंपनियां अमेरिका की ओर आकर्षित हो रही हैं।’’
ट्रपं ने एक बार फिर दावा किया उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को यह कहकर रुकवाया कि यदि वे इसे जारी रखेंगे तो अमेरिका उनके साथ व्यापार नहीं करेगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ हमने भारत व पाकिस्तान, सर्बिया, कोसोवो, रवांडा तथा कांगो के साथ काम किया है और यह सब पिछले तीन सप्ताह में हुआ है...।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने बहुत से संघर्ष रोके हैं। मुझे लगता है कि इनमें से सबसे बड़ा संघर्ष भारत और पाकिस्तान के बीच था। हमने व्यापार के नाम पर इसे रोक दिया। हमने कहा कि अगर आप संघर्ष करते रहेंगे तो हम आपके साथ कोई समझौता नहीं करेंगे... वे दोनों परमाणु शक्ति संपन्न हैं। और मुझे लगता है कि इसे रोकना बहुत महत्वपूर्ण था।’’
वहीं भारत कहना है कि भारत के जवाबी हमले के कारण पाकिस्तान को संघर्ष समाप्त करने की गुहार लगाने पर मजबूर होना पड़ा।
रात्रिभोज के दौरान नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति को वह पत्र सौंपा जो उन्होंने नोबेल पुरस्कार समिति को ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करने के लिए भेजा था।
इससे पहले, ट्रंप ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया था कि उन्हें भारत व पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने या रूस-यूक्रेन, इजराइल-ईरान संघर्षों में उनके प्रयासों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा।
ट्रंप ने साथ ही कहा कि अमेरिका, रूस-यूक्रेन संघर्ष का हल निकालने में मदद करने की कोशिश कर रहा है।
भाषा निहारिका