मोदी के नेतृत्व में आजमगढ़ विकास की मुख्यधारा से जुड़ गया : योगी आदित्यनाथ
अरूनव जफर नरेश मनीषा
- 20 Jun 2025, 03:35 PM
- Updated: 03:35 PM
आजमगढ़ (उप्र), 20 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि पहले लोग आजमगढ़ और उत्तर प्रदेश का नाम लेने से डरते थे और यहां का निवासी पहचान के संकट से जूझता था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अब आजमगढ़ विकास की मुख्यधारा से जुड़ गया है।
योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के अवसर पर कहा, "उत्तर प्रदेश एक 'बीमारू' राज्य से एक्सप्रेसवे राज्य के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। याद करने की कोशिश करें कि आठ साल पहले क्या हालात थे। लोग आजमगढ़ और उत्तर प्रदेश का नाम लेने से डरते थे।’’
उन्होंने कहा, "आजमगढ़ ने दो मुख्यमंत्री दिए हैं लेकिन यह आजमगढ़ पहचान का मोहताज था पर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में आठ साल की अवधि में, आजमगढ़ पहचान का मोहताज नहीं रहा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘आजमगढ़ अब अदम्य साहस का गढ़ बन गया है। अब यह विकास की मुख्यधारा से जुड़ गया है।’’
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे 91.352 किलोमीटर लंबा है और 7,283 करोड़ रुपये की लागत से बना है। इसके उद्घाटन से पहले योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘91.35 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।"
आदित्यनाथ ने कहा, " प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अब देश के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे नेटवर्क के साथ विकास, आत्मविश्वास और गौरव की नई उड़ान भर रहा है।’’
उन्होंने कहा, "गोरखपुर को आजमगढ़ सहित कई जिलों से जोड़ने वाला गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश में औद्योगिक प्रगति, पर्यटन विकास और निवेश के नए रास्ते खोलेगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि यह एक्सप्रेसवे आजमगढ़ के साथ-साथ अंबेडकर नगर, संत कबीर नगर और गोरखपुर को विश्व स्तरीय कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
पिछली राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारें विकास के बजाय डी-कंपनी और दाऊद गिरोह के साथ साझेदारी करती थीं, सुरक्षा में सेंध लगाती थीं और आजमगढ़ को आतंक का गढ़ बनाती थीं।
आदित्यनाथ ने कहा, "जब भी कोई आतंकवादी घटना होती थी, तो आजमगढ़ बदनाम हो जाता था, यहां के युवाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा हो जाता था।"
उन्होंने कहा कि आज ऐसा नहीं है, अगर कोई देश की सुरक्षा में सेंध लगाएगा तो आजमगढ़ की पहचान खतरे में नहीं आएगी, बल्कि संकट पैदा करने वाले को पहले ही संकट से दो-चार होना होगा।
आदित्यनाथ ने कहा ‘‘यह नया भारत है और प्रधानमंत्री मोदी ने भी ऑपरेशन सिंदूर के जरिए साफ संदेश दिया है, अगर कोई भारत की सुरक्षा में सेंध लगाएगा, आतंकवाद को बढ़ावा देगा, उसे प्रेरित करेगा और प्रोत्साहित करेगा तो (हम) उसे घुसकर मारेंगे, चाहे वह सर्जिकल स्ट्राइक हो, एयर स्ट्राइक हो या ऑपरेशन सिंदूर हो। भारत के वीर जवान दुश्मन की मांद में घुसकर उसे खदेड़ेंगे और खत्म कर देंगे।
आदित्यनाथ ने कहा कि 2007-08 में शिबली नेशनल कॉलेज में वंदे मातरम गाने की वकालत करने पर अजीत राय की हत्या कर दी गई थी, लेकिन अब कोई ऐसा करने की हिम्मत नहीं कर सकता।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ, अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भगवान रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण, काशी में काशी विश्वनाथ धाम, मां विंध्यवासिनी धाम का विकास, चित्रकूट धाम का विकास, ये सभी आज एक नई पहचान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मथुरा-वृंदावन में भी हमारा काम शुरू हो गया है। आजमगढ़ में महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज संस्कृति की पहचान को मजबूत कर रहे हैं।"
आदित्यनाथ ने कहा, "2017 से पहले चाचा-भतीजे वसूली के लिए निकलते थे, लेकिन अब सबका साथ, सबका विकास हो रहा है।"
उन्होंने एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर विकसित करने की भी बात कही, ताकि युवाओं को स्थानीय रोजगार मिले और देश-दुनिया में सम्मान मिले।
उन्होंने कहा, ''अब युवाओं को पहचान के संकट से नहीं जूझना पड़ेगा।''
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच योगी आदित्यनाथ ने फीता काटकर एक्सप्रेसवे को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को लेकर लगाई गई फोटो प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इसके बाद वह अपने काफिले के साथ गोरखपुर रवाना हो गए
भाषा अरूनव जफर नरेश