यात्री वाहन, हल्के ट्रक टायर कारोबार का विस्तार करेगी कॉन्टिनेंटल
अजय अजय
- 15 Jun 2025, 10:41 AM
- Updated: 10:41 AM
नयी दिल्ली, 15 जून (भाषा) टायर विनिर्माता कंपनी कॉन्टिनेंटल भारत में अपने यात्री वाहन और हल्के ट्रक टायर कारोबार का विस्तार करने की तैयारी कर रही है। कंपनी का इरादा तेजी से बढ़ते यूटिलिटी (उपयोगिता) वाहन खंड की जरूरतों को पूरा करने वाले उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करने का है।
कॉन्टिनेंटल टायर्स इंडिया के प्रबंध निदेशक समीर गुप्ता ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि कंपनी को बड़े इंच और बेहद उच्च प्रदर्शन वाले टायर क्षेत्र में बढ़ोतरी की काफी संभावनाएं नजर आ रही हैं। इन टायरों को एसयूवी, 4x4 और स्पोर्टी वाहनों के लिए डिजाइन किया जाता है।
टायर विनिर्माता कंपनी ने उत्तर प्रदेश में अपने मोदीपुरम संयंत्र में उत्पादन क्षमता में ‘दोहरे अंक’ की बढ़ोतरी और यूटिलिटी वाहनों के लिए बड़े टायर बनाने को 100 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। यात्री वाहन खंड में इन टायर की हिस्सेदारी अब 60 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है।
गुप्ता ने कहा कि निर्धारित पूंजी के साथ, कंपनी का लक्ष्य अपने पोर्टफोलियो को भारतीय चालकों की बदलती जीवनशैली के अनुरूप बनाने के लिए अपनी समग्र क्षमताओं को बढ़ाना है।
उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल हम संयंत्र में 20 इंच तक के टायर बना सकते हैं, लेकिन इस नए निवेश के साथ हम 23 इंच तक के टायर बना सकेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भविष्य यूवी-एसयूवी खंड में है। हम इस पूरे निवेश को उसी दिशा में केंद्रित करना चाहते हैं।’’
गुप्ता ने कहा कि देश में यात्री वाहन खंड की ओर कंपनी का रुख भारतीय उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘‘बुनियादी ढांचा बेहतर होने के साथ फिलहाल लोग आवागमन और लंबी दूरी की यात्रा के लिए कारों का उपयोग कर रहे हैं। इसमें वे अपनी सुरक्षा और आराम से समझौता नहीं करना चाहते। इसलिए हमारा ध्यान इसी पर रहेगा।’’
गुप्ता ने कहा कि दूसरी बात, यूटिलिटी वाहन और लक्जरी कार खंड में मजबूत वृद्धि हुई है, जिसका मतलब है कि बाजार अधिक प्रीमियम वाहन खंड की ओर बढ़ रहा है, और कंपनी का ध्यान इसी पर रहेगा। उन्होंने कहा कि कॉन्टिनेंटल बाजार से अधिक तेजी से बढ़ रही है। यात्री वाहन टायर बाजार लगभग स्थिर है और औसतन दो-तीन प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। हालांकि, हम दोहरे अंक में बढ़ रहे हैं...और हम इस गति को आगे भी बनाए रखना चाहेंगे।’’
भारत में ट्रक और बस रेडियल टायर कारोबार से कंपनी के बाहर निकलने पर गुप्ता ने कहा कि मूल्यांकन करने के बाद हमने पाया कि यह एक मूल्य को लेकर अत्यधिक सचेत कारोबार है। साथ ही घरेलू खिलाड़ियों से तीव्र प्रतिस्पर्धा भी है, जिससे उत्पाद के लिए सही मूल्य प्राप्त करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
‘‘उन्होंने कहा, हमारे पास उद्योग में सबसे अच्छे उत्पाद थे, जिन्हें हमारे ग्राहकों और बेड़े के मालिकों द्वारा बहुत सराहा गया। हमारे ग्राहकों ने प्रतिक्रिया दी है कि हमारे उत्पाद प्रतिस्पर्धियों की तुलना में 20 प्रतिशत तक बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, जब वाणिज्यिक खंड में भुगतान करने की इच्छा की बात आती है, तो ऐसा देखने को नहीं मिलता है।’’
गुप्ता ने कहा कि ये कुछ कारक हैं जो वास्तव में इस कारोबार से बाहर निकलने के निर्णय की वजह हैं।
भाषा अजय