टिपरा मोथा विधायक ने त्रिपुरा में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ अभियान शुरू करने की मांग की
यासिर नरेश
- 14 May 2025, 04:23 PM
- Updated: 04:23 PM
अगरतला, 14 मई (भाषा) टिपरा मोथा के विधायक रंजीत देबबर्मा ने केंद्र, राज्य और त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) से आग्रह किया कि वे त्रिपुरा में अवैध रूप से रह रहे ‘बांग्लादेशी नागरिकों का पता लगाने समेत उन्हें निर्वासित करने के लिए अभियान’ शुरू करें।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि बड़ी संख्या में बांग्लादेश के अवैध प्रवासी और घुसपैठिए पूर्वोत्तर राज्य के विभिन्न हिस्सों में रह रहे हैं जबकि रोहिंग्या भी सीमावर्ती राज्य में प्रवेश कर रहे हैं।
इससे पहले, विधायक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर बांग्लादेशी नागरिकों के अवैध प्रवेश को रोकने और सभी अवैध प्रवासियों को उनके मूल स्थान पर वापस भेजने का आग्रह किया था।
देबबर्मा ने दावा किया कि बांग्लादेशी घुसपैठिये खाश (सरकारी) भूमि पर झुग्गी झोपड़ी इलाकों और आरक्षित वन भूमि पर घर बना रहे हैं और यहां स्थायी रूप से रह रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘घुसपैठिए पूरे भारत में घूम रहे हैं, जो आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है। आदिवासी परिषद क्षेत्रों में भी वे घर बना रहे हैं और यहां स्थायी रूप से रहने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और राशन कार्ड जैसे भारतीय दस्तावेज भी हासिल कर रहे हैं।’’
विधायक ने इस समस्या के समाधान के लिए सरकारी एजेंसियों की निष्क्रियता पर भी अफसोस जताया।
उन्होंने कहा, "राज्य और टीटीएएडीसी प्रशासन इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चुप है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के मद्देनजर बांग्लादेशी नागरिकों की मौजूदगी को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना जा रहा है, क्योंकि वे पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैं केंद्र, राज्य और टीटीएएडीसी प्रशासन से अपील करता हूं कि वे इस मामले को गंभीरता से लें। दिल्ली, गुजरात और असम में सरकारी एजेंसियों ने बांग्लादेशी घुसपैठियों का पता लगाने, उनकी पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए अभियान चलाए। उनके घरों के अवैध निर्माण को बुलडोजर से ढहा दिया गया।’’
देबबर्मा ने सरकारी एजेंसियों से बांग्लादेशी घुसपैठियों का पता लगाने, उन्हें निर्वासित करने और उन्हें उनके मूल स्थान पर वापस भेजने के लिए अभियान शुरू करने की अपील की।
भाषा यासिर