कांग्रेस ने कश्मीर में गोलाबारी प्रभावित लोगों के लिए विशेष प्रधानमंत्री पैकेज की मांग की
नोमान पवनेश
- 13 May 2025, 10:28 PM
- Updated: 10:28 PM
जम्मू, 13 मई (भाषा) जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने हालिया झड़पों में नागरिक आबादी को निशाना बनाने के लिए मंगलवार को पाकिस्तानी सेना की निंदा की और प्रभावित लोगों के समुचित पुनर्वास के लिए विशेष प्रधानमंत्री पैकेज की मांग की।
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने पुंछ जिले के विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक दौरा करने के बाद यह मांग की।
सबसे अधिक प्रभावित पुंछ जिले में पाकिस्तानी सेना की अंधाधुंध गोलाबारी में 20 लोगों की जान चली गई और 50 से अधिक अन्य घायल हो गए।
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कर्रा ने मंडी क्षेत्र के बैला गांव का दौरा किया और इस्लामी विद्वान मोहम्मद इकबाल के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि गोलाबारी में जान गंवाने वाले इकबाल को राष्ट्रीय मीडिया के एक वर्ग द्वारा आतंकवादी करार दिया गया था।
उन्होंने मृतक के परिवार के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए इसे निंदनीय करार दिया।
कांग्रेस के दल ने पाकिस्तानी गोलाबारी में मारे गए कई अन्य नागरिकों के घरों का भी दौरा किया। वे प्रसिद्ध श्री बूढ़ा अमरनाथ मंदिर और डेरा नंगाली साहिब भी गए जहां शांति, सद्भाव और भाईचारे के लिए प्रार्थना की।
बाद में उन्होंने पुंछ शहर में बग्याला मस्जिद जिया उल अलूम, गीता भवन और गुरुद्वारा सिंह सभा मोहल्ला का दौरा किया, जिन्हें पाकिस्तानी गोलाबारी में नुकसान पहुंचा है।
कांग्रेस दल ने भी घायलों का हालचाल जानने के लिए अस्पताल का दौरा किया।
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि लोगों ने जान-माल, फसल और पशुधन के नुकसान के लिए बिना किसी देरी के मुआवजे की मांग की है।
पत्रकारों से बात करते हुए कर्रा ने नागरिक आबादी को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान की निंदा की और कहा कि पुंछ जिला पूरे देश में सबसे ज्यादा प्रभावित है।
उन्होंने अफसोस जताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार शाम को अपने भाषण में जिले का उल्लेख नहीं किया।
कर्रा ने कहा, "प्रधानमंत्री को पहलगाम नरसंहार से लेकर किसी तीसरे देश द्वारा संघर्ष विराम तक की स्थिति पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाने की कांग्रेस की मांग स्वीकार करनी चाहिए।"
उन्होंने जम्मू-कश्मीर के गोलाबारी प्रभावित लोगों के लिए विशेष प्रधानमंत्री पैकेज की मांग पर जोर देते हुए कहा, "राष्ट्र को पिछले 20 दिनों के विभिन्न पहलुओं और संघर्ष विराम की शर्तों को जानने का अधिकार है।"
बाद में कांग्रेस दल ने मनकोट और मेंढर का दौरा कर लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की तथा गोलाबारी में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
भाषा नोमान