हमारे सभी सैन्य अड्डे, प्रणालियां पूरी तरह चालू हैं: भारतीय वायु सेना
आशीष रंजन
- 12 May 2025, 10:20 PM
- Updated: 10:20 PM
(फोटो सहित)
नयी दिल्ली, 12 मई (भाषा) भारतीय वायु सेना ने सोमवार को कहा कि उसके सभी सैन्य अड्डे और प्रणालियां लगातार एवं पूरी तरह से चालू हैं तथा जरूरत पड़ने पर किसी भी मिशन को अंजाम देने के लिए तैयार हैं।
वायु संचालन महानिदेशक एयर मार्शल ए के भारती ने कहा कि भारतीय सेना की लड़ाई आतंकवादियों और उनके सहायक ढांचे से है, लेकिन यह ‘‘दुखद’’ है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों के पक्ष में लड़ने का फैसला किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने यह भी दोहराया है कि हमारी लड़ाई आतंकवादियों और उनके मददगार ढांचे के साथ है। हालांकि, यह दुख की बात है कि पाकिस्तानी सेना ने हस्तक्षेप करने और आतंकवादियों की रक्षा करने का फैसला किया, जिसने हमें उसी तरह जवाब देने के लिए मजबूर किया।’’
एयर मार्शल भारती, सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और नौसेना संचालन महानिदेशक वाइस एडमिरल ए एन प्रमोद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत की मजबूत वायु रक्षा प्रणाली ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने के पाकिस्तान के प्रयासों को प्रभावी ढंग से विफल कर दिया।
भारतीय प्रतिष्ठानों पर सफलतापूर्वक हमला करने के पाकिस्तानी सेना के दावे को लेकर एयर मार्शल भारती ने कहा, ‘‘मैं दृढ़तापूर्वक कहना चाहूंगा कि कुछ मामूली क्षति होने के बावजूद, हमारे सभी सैन्य अड्डे और प्रणालियां पूरी तरह से चालू हैं तथा आवश्यकता पड़ने पर आगे भी किसी भी मिशन को अंजाम देने के लिए तैयार हैं।’’
भारत ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में छह मई की देर रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ढांचों को नष्ट कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान के सभी हमलों का जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत दिया गया।
भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को जमीन, वायु और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को रोकने के लिए सहमति बनने की घोषणा की थी।
वायु संचालन महानिदेशक ने कहा कि भारत की मजबूत वायु रक्षा (एडी) प्रणाली में बड़ी संख्या में एडी सेंसर और हथियार प्रणालियां शामिल हैं, जिनमें एलएलएडी तोपों, कंधे से दागे जाने वाले मैनपैड और कम दूरी के एसएएमएस (सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली) जैसे हथियार और लंबी दूरी की मिसाइल प्रणाली शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अतिरिक्त, पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोन और यूसीएवी (मानवरहित लड़ाकू हवाई वाहन) को भी स्वदेशी रूप से विकसित प्रणालियों और अच्छी तरह से प्रशिक्षित भारतीय वायु रक्षा कर्मियों द्वारा विफल कर दिया गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं वर्तमान अभियानों में पाकिस्तानी खतरों का मुकाबला करने में पिकोरा, ओएसए-एके और एलएलएडी तोपों जैसे पुराने और वायु रक्षा हथियारों के प्रदर्शन और प्रभावकारिता को भी दर्ज करना चाहूंगा।’’
एयर मार्शल भारती ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की एक अन्य मुख्य बात आकाश प्रणाली जैसे स्वदेशी वायु रक्षा हथियारों का शानदार प्रदर्शन था। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान को भारतीय सेना द्वारा पहुंचाए गए नुकसान की कुछ तस्वीरें भी दिखाईं।
वाइस एडमिरल प्रमोद ने कहा कि भारतीय नौसेना समुद्र में नौसेना इकाइयों के लिए खतरा पैदा करने वाले किसी भी हवाई प्लेटफॉर्म का पता लगाने, उसे चिह्नित करने और उसे बेअसर करने की विश्वसनीय क्षमता रखती है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय नौसेना के युद्धपोतों, पनडुब्बियों समेत साजो सामान को तुरंत समुद्र में तैनात किया गया था।
वाइस एडमिरल प्रमोद ने कहा, ‘‘मौजूदा टकराव में, बड़ी संख्या में मिग 29 के लड़ाकू विमानों और हवाई पूर्व चेतावनी हेलीकॉप्टर के साथ हमारे विमान वाहक पोतों की उपस्थिति ने किसी भी संदिग्ध या शत्रु के विमान को पास आने से रोक दिया।’’
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान सेना के तीनों अंगों के बीच पूर्ण तालमेल रहा।
भाषा आशीष