पुतिन ने यूक्रेन के सामने प्रत्यक्ष शांति वार्ताओं का प्रस्ताव रखा
रंजन
- 11 May 2025, 06:19 PM
- Updated: 06:19 PM
(विनय शुक्ला)
मास्को/कीव, 11 मई (भाषा) रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के सामने 15 मई को तुर्किये के इस्तांबुल शहर में बिना किसी पूर्व शर्त के प्रत्यक्ष रूप से शांति वार्ता करने की पेशकश की, जिसका यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने स्वागत किया। हालांकि जेलेंस्की ने जोर देकर कहा कि रूस को पहले युद्ध विराम करना होगा।
पुतिन ने कहा कि वार्ताओं का उद्देश्य “संघर्ष की मूल जड़ को खत्म करना” और “दीर्घकालिक व टिकाऊ शांति कायम करने पर पहुंचना” होगा।
पुतिन ने एक संबोधन में कहा, “हम तुरन्त वार्ता शुरू करना चाहेंगे, अगले बृहस्पतिवार, 15 मई को, इस्तांबुल में, जहां पहले वार्ताएं आयोजित की गई थीं और जहां उन्हें बाधित किया गया था।”
उन्होंने कहा कि बातचीत “बिना किसी पूर्व शर्त” के होनी चाहिए।
पुतिन ने यह बात जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और पोलैंड के नेताओं के कीव में जेलेंस्की के साथ खड़े होने के कुछ ही घंटों बाद कही है। इन नेताओं ने पुतिन से सोमवार से शुरू होने वाले 30-दिवसीय युद्धविराम पर सहमत होने का आग्रह किया और ऐसा न करने पर "बड़े प्रतिबंधों" का सामना करने की चेतावनी दी।
खबरों के अनुसार “संघर्ष की मूल जड़” से पुतिन का मतलब रूस की विभिन्न शिकायतों से है, जिनमें उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का विस्तार और यूक्रेन सेना शामिल है।
पुतिन ने याद दिलाया कि यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान (एसएमओ) की शुरुआत के बाद, रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों ने बेलारूस में कई दौर की वार्ता की थी और तुर्की की मदद से इस्तांबुल में आगे की वार्ता के बाद, उन्होंने 2022 में एक संयुक्त समझौते को अंतिम रूप दिया था। हालांकि, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की यात्रा के बाद, इस मसौदे को खारिज कर दिया गया।
पुतिन ने इस बीच, 30 दिन के युद्धविराम की यूक्रेन की मांग को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है।
युद्ध विराम और संघर्ष विराम का पालन करने में कीव के “खराब रिकॉर्ड” का हवाला देते हुए पुतिन ने यूक्रेन पर ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर होने वाले हमलों पर 30 दिन तक रोक लगाने और ईस्टर युद्ध विराम का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाया।
पुतिन के प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जेलेंस्की ने 12 मई से पूर्ण, स्थायी व विश्वसनीय युद्धविराम की पूर्व शर्त दोहराई।
जेलेंस्की ने ‘एक्स’ पर लिखा, "यह एक सकारात्मक संकेत है कि रूस ने अंततः युद्ध को समाप्त करने पर विचार करना शुरू कर दिया है। पूरी दुनिया बहुत लंबे समय से इसका इंतजार कर रही थी। किसी भी युद्ध को वास्तव में समाप्त करने का पहला कदम युद्ध विराम होता है।”
उन्होंने कहा, "एक दिन के लिए भी हत्याएं जारी रखने का कोई मतलब नहीं है। हम उम्मीद करते हैं कि रूस कल, 12 मई से पूर्ण, स्थायी व विश्वसनीय युद्धविराम की पुष्टि करेगा और यूक्रेन इसके लिए तैयार है।"
वहीं, रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने रविवार को कहा कि पुतिन का प्रस्ताव "बहुत गंभीरतापूर्ण" है।
उन्होंने कहा कि यह "शांतिपूर्ण समाधान खोजने के वास्तविक इरादे को दर्शाता है।"
पेसकोव ने कहा, "बातचीत के लक्ष्य स्पष्ट हैं: संघर्ष के मूल कारणों को खत्म करना। और रूसी संघ के हितों को भी सुनिश्चित करना।"
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रत्यक्ष वार्ताओं की पुतिन की पेशकश का स्वागत किया।
ट्रंप ने ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, "रूस और यूक्रेन के लिए संभावित रूप से एक बहुत बड़ा दिन! उन लाखों लोगों की जान के बारे में सोचें जो इस "रक्तपात" के समाप्त होने पर बच जाएंगे।”
उन्होंने कहा, "यह एक बिल्कुल नयी और बहुत बेहतर दुनिया होगी। ऐसा हो, यह सुनिश्चित करने के लिए दोनों पक्षों के साथ काम करता रहूंगा। अमेरिका युद्ध के बजाय पुनर्निर्माण व व्यापार पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है। आने वाला सप्ताह बहुत महत्वपूर्ण है!"
वहीं, तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से टेलीफोन पर बात की और कहा कि तुर्की रूस तथा यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने में योगदान देने के लिए तैयार है, जिसमें "युद्धविराम व स्थायी शांति स्थापित करने" के लिए वार्ता की मेजबानी करना भी शामिल है।
एर्दोआन ने रविवार को पुतिन से भी फोन पर बात की। उनके संचार कार्यालय ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों में एक "ऐतिहासिक मोड़" आ गया है।
एर्दोआन ने कहा कि वह वार्ता की मेजबानी के लिए तैयार हैं, “जिससे स्थायी समाधान निकल सकता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि वह इस्तांबुल में फिर से वार्ताएं आरंभ करने से संबंधित पुतिन के बयान का स्वागत करते हैं।
भाषा जोहेब