बीएमएस ने सरकार, सशस्त्र बलों को समर्थन देने का आह्वान किया
देवेंद्र पवनेश
- 10 May 2025, 06:13 PM
- Updated: 06:13 PM
नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष मद्देनजर भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने शनिवार को अपने सहयोगी संगठनों से सभी प्रकार की हड़ताल और आंदोलन स्थगित करने तथा सरकार के साथ-साथ देश के सशस्त्र बलों को ‘‘स्पष्ट’’ समर्थन देने को कहा।
इसने केंद्र और राज्यों के सरकारी कर्मचारियों से भी अपील की कि वे बहुत आवश्यक होने पर ही अवकाश लें।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने एक बयान में कहा, ‘‘जिन लोगों ने छुट्टियां ली हैं, उनसे अनुरोध है कि वे अपनी छुट्टियां रद्द कर दें और तुरंत अपनी ड्यूटी पर लौट आएं।’’
बयान में कहा गया है कि सभी प्रकार की हड़ताल, आंदोलन, प्रदर्शन और व्यापार संघ से जुड़ी अन्य गतिविधियां स्थगित करें।
इसमें कहा गया है कि युद्ध जैसी परिस्थितियों के दौरान बरती जाने वाली आवश्यक सावधानियों के बारे में श्रमिकों और आम जनता के बीच जागरूकता को बढ़ाया जाये।
इसमें कहा गया है, ‘‘भारतीय रक्षा बलों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।’’
बीएमएस ने कहा कि राज्यों और केंद्र में रक्षा, अंतरिक्ष, रेलवे, नागरिक उड्डयन, सड़क परिवहन, दूरसंचार, स्वास्थ्य, बिजली और वैज्ञानिक प्रतिष्ठानों समेत विभिन्न विभागों और क्षेत्रों में कार्यरत लोग मौजूदा स्थिति के दौरान रक्षा बलों की सहायता करने में महत्वपूर्ण होंगे।
बयान में कहा गया है, ‘‘बीएमएस की केंद्रीय कार्य समिति सभी महासंघों को अपने संगठनात्मक कार्यक्रमों में संशोधन करने और इस राष्ट्रीय उद्देश्य को प्राथमिकता देने, नागरिक सुरक्षा कार्यों, रक्तदान कार्यक्रमों, स्थानीय परिवहन और अन्य प्रासंगिक पहल में जिला अधिकारियों के साथ सहयोग करने का निर्देश देती है।’’
बीएमएस ने अपने सभी सहयोगी संगठनों और व्यापार संघों से जिला और उद्योग स्तर पर सशस्त्र बलों के समर्थन में एकजुटता कार्यक्रम आयोजित करने को भी कहा।
बीएमएस महासचिव रवींद्र हिमटे ने कहा कि शुक्रवार को ऑनलाइन तरीके से आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ये फैसले लिए गए।
हिमटे ने कहा कि बीएमएस अध्यक्ष हिरण्मय पंड्या की अध्यक्षता में हुई बैठक में पारित प्रस्ताव में राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को ‘‘सफलतापूर्वक’’ अंजाम दे रहे सशस्त्र बलों को बधाई दी।
प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘सुरक्षा बलों का यह अभियान पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान से संचालित भारत विरोधी आतंकवादी ताकतों से लड़ने में सरकार के संकल्प को प्रभावी ढंग से प्रदर्शित करता है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘सशस्त्र बलों के पुरुष और महिला सैनिकों द्वारा प्रदर्शित बहादुरी सराहनीय है।’’
हिमटे के अनुसार, बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति ‘‘निर्णायक निर्णय लेने तथा बिना किसी समझौते के सीमापार आतंकवाद से निपटने के लिए दृढ़ नीतिगत इच्छाशक्ति का प्रदर्शन करने’’ के लिए आभार भी व्यक्त किया गया।
बीएमएस के एक वरिष्ठ कर्मचारी ने प्रस्ताव का हवाला देते हुए कहा, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रणनीतिक कौशल के साथ रक्षा बलों का नेतृत्व किया, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने आंतरिक सुरक्षा को प्रभावी ढंग से सुनिश्चित किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन तीनों नेताओं के सामूहिक प्रयासों और दूरदर्शिता ने राष्ट्रीय गौरव बढ़ाया है तथा आम जनता में विश्वास और भरोसा पैदा किया है।’’
भाषा
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