पाकिस्तान का मिसाइल परीक्षण उकसावे की कार्रवाई: सूत्र
धीरज माधव
- 03 May 2025, 08:41 PM
- Updated: 08:41 PM
नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) भारत पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण को ‘‘ स्पष्ट तौर पर उकसावे की कार्रवाई’’ मानता है। पूरी मामले से वाकिफ लोगों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पाकिस्तान की सेना ने सतह से सतह पर मार करने वाली अब्दाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। यह मिसाइल 450 किलोमीटर तक मार कर सकती है।
माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने निर्धारित दायित्वों और मानदंडों के तहत मिसाइल परीक्षण करने की अपनी योजना के बारे में भारत को पूर्व में सूचना दे दी थी।
पाकिस्तान की सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘इस परीक्षण का उद्देश्य सैनिकों की परिचालन तत्परता सुनिश्चित करना और मिसाइल की उन्नत नौसंचालन प्रणाली और गतिशीलता विशेषताओं सहित प्रमुख तकनीकी मापदंडों को परखना था।’’
बयान में कहा गया कि मिसाइल प्रक्षेपण ‘एक्सरसाइज इंडस’ का हिस्सा था, लेकिन इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि मिसाइल परीक्षण ‘‘स्पष्ट रूप से उकसावे की कार्रवाई’’ है।
पाकिस्तानी मिसाइल परीक्षण पर भारत की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
भारत ने हमले के ‘‘सीमा पार संबंधों’’ का हवाला देते हुए घटना में शामिल लोगों को कड़ी सजा देने का संकल्प लिया है।
अमेरिका और यूरोपीय संघ सहित कई वैश्विक शक्तियों ने आतंकवादी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करते हुए दोनों पक्षों से तनाव कम करने का आह्वान किया है।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि पाकिस्तान लगातार नौसैनिक चेतावनियां जारी कर रहा है, अरब सागर में नौसैनिक अभ्यास बढ़ा रहा है। पहलगाम हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है।
भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि आतंकवादी हमले के ‘‘अपराधियों, समर्थकों और षड्यंत्रकारियों’’ को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि सशस्त्र बलों को आतंकवादी हमले पर भारत के जवाब के तरीके, लक्ष्य और समय पर निर्णय लेने की ‘‘पूर्ण स्वतंत्रता’’ है।
भारत ने 23 अप्रैल को पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदमों की घोषणा करते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था, अटारी स्थित एकमात्र भूमि सीमा परगमन चौकी को बंद कर दिया था और राजनयिक संबंधों को और कमतर कर दिया था।
इसके जवाब में, पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया तथा तीसरे देशों के माध्यम से होने वाले व्यापार सहित भारत के साथ सभी प्रकार के व्यापार पर रोक लगा दी थी।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ताजा कदम उठाते हुए तत्काल प्रभाव से पड़ोसी देश से सभी वस्तुओं के आयात पर रोक लगा दी। साथ ही सभी डाक सेवाओं को भी निलंबित कर दिया और भारतीय बंदरगाहों पर पाकिस्तानी झंडे वाले जहाजों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
भाषा धीरज