सिविल सेवा की तैयारी में पढ़ाई के घंटे नहीं, मन की एकाग्रता मायने रखती है: दिल्ली टॉपर
पारुल रंजन
- 22 Apr 2025, 09:08 PM
- Updated: 09:08 PM
(अश्विनी श्रीवास्तव)
नयी दिल्ली, 22 अप्रैल (भाषा) सिविल सेवा परीक्षा 2024 में पांचवां स्थान हासिल करने वाले दिल्ली के अभ्यर्थी आकाश गर्ग का कहना है कि एकाग्र मन से पढ़ाई, तैयारी के घंटों से कहीं अधिक मायने रखी है।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएसएसी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 के नतीजे घोषित किए, जिसमें आकाश दिल्ली क्षेत्र के टॉपर बनकर उभरे, जबकि अखिल भारतीय स्तर पर वह पांचवें स्थान पर रहे।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से फोन पर बातचीत में कहा, “मैं पढ़ाई के घंटों में नहीं, गुणवत्ता में यकीन करता हूं। मैंने लक्ष्य निर्धारित कर पढ़ाई की, जिससे मुझे परीक्षा उत्तीर्ण करने में मदद मिली। मैं घंटों पढ़ाई करने में विश्वास नहीं करता।”
दिल्ली के रोहिणी इलाके के गीतारत्न जिंदल पब्लिक स्कूल से 10वीं कक्षा तक और सीआरपीएफ पब्लिक स्कूल से 11वीं व 12वीं कक्षा की पढ़ाई करने वाले आकाश (24) गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में बीटेक डिग्री धारी हैं।
उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में अपने दूसरे प्रयास में समाजशास्त्र को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर पांचवां स्थान हासिल किया। वह राष्ट्रीय राजधानी से शीर्ष पांच में शामिल एकमात्र अभ्यर्थी हैं।
आकाश ने कहा, “मैं अपने पहले प्रयास में सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाया था। फिर मैंने दोबारा परीक्षा देने का फैसला किया और इस बार चयनित हो गया।”
आकाश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया।
यह पूछे जाने पर कि उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए किसने प्रेरित किया, उन्होंने कहा, “मैं शुरू से ही पढ़ाई में अच्छा था। मेरे माता-पिता मुझे सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत प्रोत्साहित करते थे।”
चयन के बाद सेवा और कैडर के चुनाव से जुड़े सवाल पर आकाश ने कहा, “मैंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और गृह कैडर यानी अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम एवं केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर चुना है।”
उन्होंने कहा कि वह सेवा में आने के बाद शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करना चाहेंगे।
आकाश के पिता व्यवसायी और मां गृहिणी हैं, जबकि उनकी बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और वह गाजियाबाद में रहती है।
आकाश कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्र में होने वाले विकास और उसके सामाजिक प्रभाव के बारे में जानकारी जुटाने में दिलचस्पी रखते हैं। उन्हें विज्ञान-फंतासी फिल्में और फॉर्मूला-1 रेस देखने का भी शौक है।
भाषा पारुल