भाजपा ने ‘संविधान का अपमान करने’ को लेकर झारखंड के मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की
राजकुमार मनीषा
- 21 Apr 2025, 04:02 PM
- Updated: 04:02 PM
जमशेदपुर, 21 अप्रैल (भाषा) झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन की कथित ‘संविधान से ऊपर शरीयत’ टिप्पणी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को पूर्वी सिंहभूम जिला कलेक्ट्रेट (समाहरणालय) के सामने प्रदर्शन किया।
भाजपा की जमशेदपुर महानगर समिति के अध्यक्ष सुधांशु ओझा के नेतृत्व में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए साकची स्थित पार्टी कार्यालय से जिला समाहरणालय तक मार्च किया और वहां उन्होंने मंत्री से माफी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि संवैधानिक पद पर आसीन एक मंत्री ने संविधान पर शरीयत को प्राथमिकता दी है।
काले ने कहा, ‘‘किसी भी धर्म में आस्था रखना निजी मामला है, लेकिन संवैधानिक पद पर बैठे किसी व्यक्ति का ऐसा बयान देना अस्वीकार्य है।’’
उन्होंने मांग की कि मंत्री को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मंत्री को झारखंड मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।’’
काले ने कहा, ‘‘यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया जाना चाहिए कि देश संविधान के अनुसार चलेगा, शरीयत के अनुसार नहीं।’’
हसन ने हाल में कहा था, ‘‘हमारे दिल में शरीयत और हाथ में संविधान है। हमारी प्राथमिकता शरीयत है, उसके बाद संविधान आता है।’’
बाद में ओझा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा और मंत्री को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की ।
ज्ञापन में ओझा ने आरोप लगाया कि झारखंड संवैधानिक संकट का सामना कर रहा है, क्योंकि कैबिनेट मंत्री खुलेआम संविधान का अपमान कर रहे हैं।
ओझा ने कहा, ‘‘जहां एक मंत्री संविधान पर शरीयत को श्रेष्ठता प्रदान करते हैं, वहीं दूसरे - स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी - ने धमकी दी है कि हाल में संसद के दोनों सदनों से पारित वक्फ (संशोधन) अधिनियम को राज्य में लागू नहीं होने दिया जाएगा।’’
भाजपा नेता ने दावा किया कि दोनों मंत्रियों ने संविधान की गरिमा को अक्षुण्ण बनाये रखने की शपथ ले रखी है लेकिन उनके इन बयानों से इस गरिमा का उल्लंघन हुआ है।
उन्होंने राज्यपाल से हस्तक्षेप करने और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को संविधान का अपमान करने वाले ऐसे मंत्रियों को राज्य मंत्रिमंडल से हटाने का निर्देश देने की अपील की।
प्रदर्शन में भाजपा सांसद विद्युत बरन महतो और जमशेदपुर पूर्व की विधायक पूर्णिमा साहू भी शामिल हुईं।
भाषा राजकुमार