पोप फ्रांसिस के निधन के बाद कैथोलिक चर्च के नये प्रमुख को चुनने की क्या होगी प्रक्रिया
एपी सुभाष माधव
- 21 Apr 2025, 09:08 PM
- Updated: 09:08 PM
वेटिकन सिटी, 21 अप्रैल (एपी) पोप के निधन के साथ ही सदियों पुरानी रस्म शुरू हो गई है, जिसमें उनके उत्तराधिकारी को चुनने के लिए कार्डिनल शपथ लेंगे, मतपत्रों की गिनती के बाद इन्हें धागा लगी सुई से छेदा जाता है और फिर उन्हें जलाकर सफेद या काला धुआं निकाला जाता है।
इस रस्म का उद्देश्य यह संकेत देना होता है कि विश्व के 1.3 अरब कैथोलिकों के लिए अब एक नया नेतृत्व आ गया है।
चुनाव में पूरी गोपनीयता बरती जाती है। मतदान सिस्टिन चैपल के अंदर होता है।
सेंट जॉन पॉल द्वितीय ने 1996 के एक दस्तावेज में पोप के चुनाव के नियमों को फिर से लिखा जो अभी भी काफी हद तक लागू है, हालांकि पोप बेनेडिक्ट16वें ने पद से इस्तीफा देने से पहले दो बार इसमें संशोधन किया था।
अपने विनम्र स्वभाव और गरीबों के प्रति चिंता एवं करूणा का भाव रखने वाले तथा एक सहृदय पोप के रूप में विश्व पर अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले कैथोलिक समुदाय के पहले लैटिन अमेरिकी पादरी, पोप फ्रांसिस का सोमवार को निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे।
जब पद पर रहने के दौरान किसी पोप का निधन हो जाता है तो क्या होता है। इस अवधि को रिक्त पद के रूप में जाना जाता है।
प्रभारी कौन होते हैं?
पोप का निधन हो जाने की स्थिति में कैमरलेंगो या चैम्बरलेन को मृत्यु को प्रमाणित करना होगा और पोप के अपार्टमेंट को सील करना होगा। वह नये पोप के पदभार ग्रहण करने तक वेटिकन के प्रशासनिक और वित्तीय दायित्वों का निर्वहन करते हैं।
पोप का निधन हो जाने पर वेटिकन के लगभग सभी पदाधिकारी अपनी नौकरी गंवा देते हैं, लेकिन कुछ लोग पद पर बने रहते हैं, जिनमें विदेश मंत्री और धार्मिक अनुष्ठानों के संचालक शामिल हैं, जो ‘कॉन्क्लेव’ (नये पोप के चयन के लिए वेटिकन की गुप्त प्रक्रिया) को आयोजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
दिवंगत पोप के अंतिम संस्कार के बाद, नौ दिनों का आधिकारिक शोक रखा जाता है। इस अवधि के दौरान, कार्डिनल रोम पहुंचते हैं। सभी को एकत्र होने का समय देने के लिए, ‘कॉन्क्लेव’ को ‘‘पोप का पद रिक्त’’ घोषित होने के 15 से 20 दिन बाद शुरू किया जाना चाहिए, हालांकि कार्डिनल के सहमत होने पर इसे पहले भी शुरू किया जा सकता है।
पोप के चुनाव में कौन-कौन भाग ले सकता है?
केवल 80 वर्ष से कम आयु के कार्डिनल ही इसके पात्र हैं तथा वर्तमान नियमों के अनुसार निर्वाचकों की अधिकतम संख्या 120 है।
हाल ही में अद्यतन किए गए वेटिकन के आंकड़ों के अनुसार, 80 वर्ष से कम आयु के 135 कार्डिनल मतदान के पात्र हैं, हालांकि यह संख्या ‘कॉन्क्लेव’ शुरू होने से पहले बदल सकती है।
हालांकि, 80 वर्ष से अधिक आयु के लोग मतदान नहीं कर सकते, लेकिन वे चुनाव पूर्व बैठकों में भाग ले सकते हैं, जिन्हें सामान्य सभाएं कहा जाता है, जिनमें चर्च की समस्याओं पर चर्चा की जाती है।
पोप के पद के लिए संभावित उम्मीदवार कौन हैं?
ईसाई के रूप में दीक्षित कोई भी रोमन कैथोलिक पुरुष पोप बनने के योग्य है, लेकिन 1378 से केवल कार्डिनल ही इस पद पर चुने गए हैं।
वर्तमान में कुछ प्रमुख उम्मीदवार हैं:
--इटली के कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन (70) जो फ्रांसिस के विदेश मंत्री और एक अनुभवी वेटिकन राजनयिक हैं।
--कनाडा के कार्डिनल मार्क ओउलेट (80)। वह 2010 से 2023 तक वेटिकन के बिशप कार्यालय के प्रमुख रहे हैं।
--ऑस्ट्रिया के कार्डिनल क्रिस्टोफ स्कोनबोर्न (80)। वह पोप बेनेडिक्ट16वें के शिष्य रहे हैं।
--फिलीपीन के कार्डिनल लुइस टैगले (67)। वह फ्रांसिस द्वारा वेटिकन के विशाल मिशनरी कार्यालय का नेतृत्व करने के लिए लाए गए थे।
इटली के कार्डिनल मैटेओ ज़ुप्पी (69), जिन्होंने इतालवी बिशप सम्मेलन का नेतृत्व किया था।
एपी सुभाष