बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद में पिता-पुत्र की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया
वैभव रंजन
- 17 Apr 2025, 06:59 PM
- Updated: 06:59 PM
कोलकाता, 17 अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल पुलिस ने वक्फ अधिनियम के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों के दौरान मुर्शिदाबाद जिले के जाफराबाद में एक पिता और पुत्र की नृशंस हत्या के एक साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया है, जिससे अब तक गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या तीन हो गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अतिरिक्त महानिदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने कहा कि जिस इलाके में हत्याएं हुई थीं, वहां के निवासी इंजामुल हक को बुधवार देर रात छापेमारी के बाद जिले के सुती इलाके से गिरफ्तार किया गया।
सरकार ने कहा, ‘‘वह न केवल जघन्य अपराध की साजिश में शामिल था, बल्कि उसने इलाके में बिजली की आपूर्ति काटकर और सीसीटीवी कैमरों को नष्ट करके सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।’’
हरगोबिंद दास (72) और उनके बेटे चंदन (40) की दोहरी हत्या से व्यापक तनाव फैल गया और जिले के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए।
उन्हें शुक्रवार को मुर्शिदाबाद में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने उनके घर के सामने मार डाला।
सरकार ने यह साफ नहीं किया कि क्या दोनों हत्याओं की साजिश पहले ही रच ली गई थी या उन्हें हिंसा के सिलसिले में अंजाम दिया गया था। उन्होंने कहा कि अभी जांच शुरुआती चरण में है।
राज्य पुलिस ने मुर्शिदाबाद के डीआईजी सैयद वकार रजा के नेतृत्व में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया, जो जिले में इस घटना और हिंसा के अन्य मामलों की जांच करेगा।
इस सप्ताह की शुरुआत में, पुलिस ने अपराध के सिलसिले में दो भाइयों, कालू नवाब और दिलदार नवाब को गिरफ्तार किया था – जो उसी इलाके के निवासी हैं।
कालू को भारत-बांग्लादेश सीमा के पास सुती में एक गांव से गिरफ्तार किया गया था, जबकि दिलदार को झारखंड सीमा के पास बीरभूम के मुराराई से पकड़ा गया था।
पुलिस ने कहा कि एसआईटी हिंसा की घटनाओं के सभी पहलुओं की जांच करेगी, जिनमें तीन लोगों की जान चली गई, संपत्तियों को नुकसान पहुंचा और जानलेवा चोटें आईं तथा जिसके बाद सैकड़ों हिंदू परिवार पड़ोसी जिलों और राज्यों में भागने को मजबूर हुए।
अधिकारी ने बताया कि दंगों के सिलसिले में अब तक जिले भर में 278 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एडीजी ने कहा, ‘‘मैं फिर दोहराता हूं कि इस जघन्य कृत्य में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। सभी अपराधियों को जल्द न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।’’
सरकार ने कहा कि पिछले चार दिन में हिंसा की कोई नई घटना नहीं हुई है और जिले के प्रभावित इलाकों में धीरे-धीरे सामान्य स्थिति लौट रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि 85 परिवार जो अपने घर छोड़कर चले गए थे, अब वापस आ गए हैं और राज्य प्रशासन उन्हें जीवन फिर से शुरू करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक चीजें मुहैया कराने की दिशा में हर समय काम कर रहा है।
भाषा वैभव