जालंधर में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के आवास पर विस्फोट, दो गिरफ्तार
आशीष माधव
- 08 Apr 2025, 09:51 PM
- Updated: 09:51 PM
(फोटो सहित)
चंडीगढ़, आठ अप्रैल (भाषा) पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मनोरंजन कालिया के जालंधर स्थित आवास पर सोमवार देर रात अज्ञात लोगों ने हथगोला फेंका, लेकिन घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। पुलिस ने कहा कि यह घटना राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की आईएसआई और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों की साजिश थी।
पुलिस ने बताया कि कालिया के आवास पर फेंके गए हथगोले के विस्फोट में एल्युमीनियम की दीवार (पार्टिशन), कांच की खिड़कियां, उनकी एसयूवी और एक मोटरसाइकिल क्षतिग्रस्त हो गई। कालिया जालंधर में शास्त्री मार्केट के पास स्थित अपने घर पर थे, जब रात करीब एक बजे विस्फोट हुआ।
पुलिस ने बाद में इस घटना के संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया और कहा कि यह पंजाब में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों की साजिश थी।
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने यहां मीडिया को बताया कि अपराध में इस्तेमाल किया गया ई-रिक्शा भी बरामद कर लिया गया है। शुक्ला ने कहा कि पुलिस ने घटना के 12 घंटे के भीतर मामले का खुलासा कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह पाकिस्तान की आईएसआई की एक बड़ी साजिश थी। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी जीशान अख्तर और (पाकिस्तानी गैंगस्टर) शहजाद भट्टी ने साजिश रची थी।’’
अधिकारियों ने आरोपियों के पाकिस्तान स्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के सरगना हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और गैंगस्टर हैप्पी पासिया के साथ संभावित संबंधों से भी इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि घटना से बीकेआई का संबंध होने की संभावना की भी जांच जारी है।
पुलिस ने बताया कि कालिया के आवास में देर रात करीब एक बजे ‘‘तेज आवाज’’ सुनी गई। पुलिस उपायुक्त मनप्रीत सिंह ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
पंजाब पुलिस की टीम अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या जीशान वही व्यक्ति है जो बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल था, शुक्ला ने कहा, ‘‘हां, आप सही कह रहे हैं।’’ उन्होंने किसी खुफिया विफलता से भी इनकार किया।
पुलिस ने बताया कि विस्फोट के बाद जालंधर पुलिस आयुक्त कार्यालय की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने और साक्ष्य एकत्र किए।
मामले में विवरण साझा करते हुए, पुलिस आयुक्त, जालंधर धनप्रीत कौर ने कहा कि पूरे आतंकी नेटवर्क का पता लगाने और सभी साजिशकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साथ समन्वय में मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जालंधर के पुलिस थाना डिवीजन नंबर तीन में भारतीय न्याय संहिता और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
हालांकि, पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान उजागर नहीं की और यह भी कहा कि वह इस मामले में केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कालिया ने इसे ‘‘ग्रेनेड विस्फोट’’ बताया।
उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार और पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है। कालिया ने आरोप लगाया, ‘‘लेकिन पिछले तीन सालों में पंजाब में स्थिति बद से बदतर होती चली गई है।’’
अमृतसर और गुरदासपुर में पिछले चार-पांच महीनों में पुलिस चौकियों को निशाना बनाकर विस्फोट की कई घटनाएं हुई हैं लेकिन यह पहली ऐसी घटना है जिसमें किसी प्रमुख नेता के आवास को निशाना बनाया गया। पिछले महीने अमृतसर में एक मंदिर के बाहर विस्फोट हुआ था।
विपक्षी दलों ने राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर निशाना साधा और गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री भगवंत मान से नैतिक आधार पर इस्तीफा देने को कहा।
कालिया से उनके आवास पर मुलाकात करने वाले पंजाब के मंत्री मोहिंदर भगत ने दावा किया कि इस विस्फोट के पीछे कुछ शरारती तत्वों का हाथ है जो ‘‘राज्य के सर्वांगीण विकास को पचा नहीं पा रहे हैं’’ तथा राज्य में शांति बिगाड़ना चाहते हैं। मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में शांति एवं सद्भाव को भंग नहीं होने देगी।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कालिया ने पत्रकारों से कहा, ‘‘यह हमला इतना भयानक था कि घर के एक हिस्से को अलग करने वाली (एल्युमीनियम की) दीवार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। रसोई की खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। स्नानगृह का दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया।’’
विस्फोट के कारण घर के प्रवेश द्वार पर फर्श में एक छोटा गड्ढा हो गया। आंगन में खड़ी उनकी एसयूवी और मोटरसाइकिल भी क्षतिग्रस्त हो गई।
कालिया ने बताया कि वह सो रहे थे, तभी उन्होंने विस्फोट की आवाज सुनी।
उन्होंने कहा कि पहले तो उन्हें लगा कि बिजली के ट्रांसफॉर्मर में अत्यधिक दबाब की वजह से धमाका हुआ है, लेकिन उनके वाहन चालक ने बताया कि विस्फोट हुआ है।
कालिया ने कहा कि इसके बाद उन्होंने पुलिस आयुक्त और सहायक पुलिस आयुक्त को रात सवा एक बजे से डेढ़ बजे के बीच फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। कालिया ने बताया कि उन्होंने अपने ‘गनमैन’ को पुलिस थाने भेजा और बाद में पुलिस की एक टीम आई।
उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने सुबह करीब चार बजे उन्हें फोन करके बताया कि पुलिस आयोग उनके घर आएगा।
इससे पहले, भाजपा की जालंधर जिला इकाई के अध्यक्ष सुशील शर्मा ने बताया कि कुछ अज्ञात लोग ई-रिक्शा में सवार होकर आए और उन्होंने कालिया के आवास की ओर ‘‘हथगोला’’ फेंका।
घटना की सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि पहले एक ई-रिक्शा उनके घर के सामने से गुजरा और कुछ देर बाद ई-रिक्शा वापस लौटा तथा फिर विस्फोट हुआ। सीसीटीवी फुटेज में चिंगारी और धुआं निकलता दिखाई दे रहा है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि सड़क पर बैठा एक कुत्ता विस्फोट के बाद सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए भागा।
कालिया के आवास के एक अन्य सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि हथगोला आंगन में गिरा जिसके बाद इसमें धमाका हुआ।
भाजपा नेता ने कहा कि घटनास्थल से थाना करीब 100 मीटर की दूरी पर है।
जालंधर की पुलिस आयुक्त धनप्रीत कौर समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे।
कौर ने कहा कि पुलिस को विस्फोट होने की सूचना रात करीब एक बजे मिली।
कौर ने बताया कि बस अड्डे और रेलवे स्टेशनों सहित प्रमुख क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
यह पूछे जाने पर कि क्या यह हथगोले से किया गया धमाका था, कौर ने कहा कि फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने एकत्र किए हैं और जो भी जानकारी मिलेगी, उसे साझा किया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि वह आरोपियों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और पठानकोट से विधायक अश्विनी शर्मा कालिया के आवास गए।
बिट्टू ने आरोप लगाया कि यह एक वरिष्ठ और हिंदू नेता के खिलाफ ‘‘सुनियोजित साजिश’’ प्रतीत होती है। बिट्टू ने कहा, ‘‘कालिया के आवास पर हमला किया गया। उन्होंने (बदमाशों ने) उनके आवास पर ग्रेनेड फेंका। हम नक्सली इलाकों या श्रीनगर में ऐसी घटनाओं के बारे में सुनते थे। ये अब पंजाब में हो रही हैं।’’
उन्होंने बताया कि विस्फोट के कारण घर के फर्श पर एक छोटा गड्ढा हो गया और घर के दरवाजे एवं खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गईं।
बाद में पंजाब के कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत और ‘आप’ नेता पवन कुमार टीनू ने भी कालिया से उनके आवास पर मुलाकात की।
टीनू ने कहा कि कुछ ऐसे शरारती तत्वों ने राज्य में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की है, जो पंजाब और देश के दुश्मन हैं।
उन्होंने कहा कि वे इस प्रकार की घटनाओं से लोगों के मन में दहशत पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
विपक्षी दलों ने कालिया के आवास पर हुए विस्फोट के बाद कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस्तीफे की मांग की।
चुग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया के आवास पर ग्रेनेड हमला मुख्यमंत्री भगवंत मान के शासन में पंजाब में कानून व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने की याद दिलाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह हिंसा का कोई अलग-थलग मामला नहीं है - यह पंजाब को अस्थिर करने, सांप्रदायिक अशांति को बढ़ावा देने और राजनीतिक आवाजों को डराने की एक बड़ी, खतरनाक साजिश का हिस्सा है। पुलिस खुफिया मुख्यालयों पर आरपीजी (‘रॉकेट प्रोपल्ड ग्रेनेड’) हमलों से लेकर पुलिस थानों पर ग्रेनेड हमलों तक, धार्मिक स्थलों पर बेअदबी की घटनाओं से लेकर बाबासाहेब डॉ बी आर आंबेडकर की मूर्तियों के तोड़-फोड़ की शर्मनाक घटनाओं तक- पंजाब को आतंक और अराजकता की अंधेरी गलियों में धकेला जा रहा है।’’
चुग ने कहा, ‘‘इससे भी बुरी बात गृह विभाग का कार्यभार संभाल रहे मुख्यमंत्री की चौंकाने वाली चुप्पी और निष्क्रियता है। पंजाब के लोगों के जीवन, संपत्ति और सम्मान की रक्षा करने में उनका बार-बार विफल रहना यह साबित करता है कि वे शासन करने के लिए अयोग्य हैं। भगवंत मान को नैतिक जिम्मेदारी लेकर तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। पंजाब शांति का हकदार है, दुष्प्रचार का नहीं।’’
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने भी मान से इस्तीफे की मांग की।
बादल ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पंजाब में अराजकता ने सारी हदें पार कर दी हैं। पुलिस थानों, पूजा स्थलों पर हमलों और बाबा साहेब डॉ. बी आर आंबेडकर की प्रतिमाओं को तोड़े जाने की घटनाओं के बाद अब एक पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के आवास पर ग्रेनेड हमला हुआ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन सभी घटनाओं से यह स्पष्ट हो गया है कि आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री भगवंत मान हालात को संभालने में असमर्थ हैं। मुख्यमंत्री को इन घटनाओं की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।’’
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा।
भाषा आशीष