छेड़छाड़ की घटना पर टिप्पणी को लेकर विवादों में घिरे कर्नाटक के गृहमंत्री ने खेद जताया
रंजन पवनेश
- 08 Apr 2025, 04:27 PM
- Updated: 04:27 PM
बेंगलुरु, आठ अप्रैल (भाषा) बेंगलुरु में हाल ही में हुई छेड़छाड़ की घटना पर टिप्पणी के कारण विवादों में घिरे कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि उनके बयान को ठीक से नहीं समझा गया और उसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
परमेश्वर ने यह भी कहा कि अगर इससे किसी को, खासकर महिलाओं को तकलीफ पहुंची है तो वह खेद व्यक्त करते हैं।
परमेश्वर ने कहा कि वह महिलाओं को सुरक्षा और संरक्षण प्रदान करने के महत्व में विश्वास करते हैं और गृह मंत्री के रूप में वह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस संबंध में उन्होंने कई कदम उठाए हैं।
सुड्डागुंटेपल्या में तीन अप्रैल को पैदल जा रही महिला से छेड़छाड़ की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए परमेश्वर ने सोमवार को कहा था, ‘‘पुलिस बारिश और ठंड का सामना करते हुए लगातार चौबीसों घंटे काम कर रही है और यही कारण है कि बेंगलुरु में शांति है। बेंगलुरु जैसे बड़े शहर में ऐसी घटनाएं यहां-वहां हो जाती हैं।’’
इस बयान ने विवाद पैदा कर दिया था, जिसकी विपक्षी भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने कांग्रेस नेता की कड़ी आलोचना करते हुये उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिये कहा।
आयोग ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर के निर्देश पर, आयोग ने हाल ही में बेंगलुरु में हुई छेड़छाड़ की घटना पर कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर द्वारा की गई असंवेदनशील टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताई है।’’
आयोग ने कहा, ‘‘इस तरह के बयान महिलाओं के खिलाफ़ अपराधों को कमतर बनाते हैं। एनसीडब्ल्यू ने कर्नाटक के माननीय राज्यपाल और माननीय मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गृह मंत्री से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने और कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।’’
अपने बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए परमेश्वर ने मंगलवार को कहा, ‘‘कल मेरे बयान को आपने (मीडिया ने) ठीक से नहीं समझा है, और अन्य प्लेटफॉर्म ने भी इसे अलग तरह से लिया। मैं हमेशा महिलाओं की सुरक्षा का पक्षधर हूं।’’
गृह मंत्री के तौर पर मैंने निर्भया योजना जैसी कई योजनाएं लागू की हैं। दूसरे राज्यों की तुलना में हमने निर्भया फंड पर ज़्यादा खर्च किया है और केंद्र सरकार के साथ मिलकर इसे लागू किया है। मैं किसी दिन यह साझा करुंगा कि हमने महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या किया है।’’
यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘किसी बयान को तोड़-मरोड़कर मेरे बारे में बोलना सही नहीं है। मैंने महिलाओं - हमारी बहनों और माताओं की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। अगर कोई मुद्दा (महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित) है, तो मैंने विभाग के अधिकारियों की जवाबदेही तय की है। इसलिए मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं किया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह बात भाजपा के उन लोगों के लिए नहीं कह रहा हूं, जो राजनीति कर रहे हैं। अगर मेरे बयान से किसी को - हमारी बहनों, माताओं को - तकलीफ पहुंची है, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं। लेकिन इसे अलग-अलग तरीके से पेश करके अलग-अलग मंचों पर ले जाने की जरूरत नहीं है।’’
गृह मंत्री ने कहा कि पुलिस आयुक्तों की दैनिक ब्रीफिंग या पूरे राज्य से ब्रीफिंग के दौरान वे महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित ऐसे मामलों पर नजर रख रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘समीक्षा करते समय मैं नियमित रूप से पुलिस को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश देता हूं, चाहे वह उत्पीड़न का मामला हो, पॉक्सो का मामला हो। इसलिए मेरी ओर से किसी तरह की लापरवाही या उदासीनता का सवाल ही नहीं उठता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं महिलाओं और उनकी सुरक्षा के पक्ष में सभी सख्त कदम उठाऊंगा। यह सिर्फ बयानबाजी के लिए नहीं है।’’
भाषा रंजन