तिहाड़ में गर्मी के मौसम में कैदियों को नींबू और गर्मी से बचाने वाली चादरें दी जाएंगी
प्रीति वैभव
- 07 Apr 2025, 06:59 PM
- Updated: 06:59 PM
(भास्कर मुखर्जी)
नयी दिल्ली, सात अप्रैल (भाषा) दिल्ली की तिहाड़ जेल में गर्मी के मौसम में कैदियों को ठंडक पहुंचाने के लिए अधिकारियों ने योजना तैयार की है, जिसके तहत कैदियों को प्रतिदिन दो नींबू और ‘‘गर्मी से बचाने वाली चादरें’’ उपलब्ध कराई जाएंगी।
राष्ट्रीय राजधानी में इस समय काफी गर्मी पड़ रही है और सोमवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच जाने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने लू के लिए ‘येलो’ चेतावनी जारी की है।
जेल के एक अधिकारी ने बताया कि गर्मी से बचाव के उपाय उनकी मौसमी योजना का हिस्सा हैं।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘चाहे गर्मी हो या सर्दी, हम तिहाड़ जेल के नियमों के अनुसार कैदियों के लिए उचित योजना का पालन करते हैं। हम तीन महीने अप्रैल, मई और जून के दौरान प्रत्येक कैदी को प्रतिदिन दो नींबू देंगे जिससे उनके शरीर में पानी की मात्रा को बरकरार रखा जा सके।’’
अधिकारी ने बताया कि कैदियों के शरीर में पानी की मात्रा को बरकरार रखने के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में ‘ओरल रिहाइड्रेशन सोल्यूशन’ (ओआरएस) भी दिया जाएगा।
जेल अधिकारियों ने तापमान को कुछ डिग्री कम बनाए रखने के लिए कोठरियों के अंदर गर्मी से बचाने वाली चादरें लगाने की भी योजना बनाई है।
एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘ये चादरें गर्मियों के दौरान बहुत उपयोगी होती हैं क्योंकि ये कोठरियों का तापमान सामान्य रखती हैं और हवा आने-जाने देती हैं।’’
तिहाड़ जेल को साल 1958 में स्थापित किया गया था और यह भारत के सबसे बड़े जेल परिसरों में से एक है। यह 400 एकड़ से अधिक क्षेत्र में बनी है, जिसमें नौ जेल शामिल हैं।
इस बीच, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने तिहाड़ जेल को शहर के बाहरी इलाके में स्थानांतरित करने की योजना की घोषणा की है, जिसके लिए 2025-26 के बजट में सर्वेक्षण और स्थानांतरण से संबंधित परामर्श सेवाओं के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
अधिकारी ने कहा कि जेल के अंदर किसी भी कैदी को ‘‘विशेष’’ नहीं माना जाता है।
उन्होंने बताया, ‘‘हम जेल के नियमों का सख्ती से पालन करते हैं। हम किसी भी कैदी को कोई विशेष सुविधा नहीं देते हैं। हालांकि, हम 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के कैदियों पर कड़ी निगरानी रखते हैं। चिकित्सक रोजाना उनकी जांच करते हैं।’’
अधिकारी ने बताया कि कैदियों को सामान्य तापमान का पानी ही मिलता है तथा परिसर के अंदर वाटर कूलर रखने की अनुमति नहीं है।
उन्होंने बताया, ‘‘कैदी जरूरत पड़ने पर कैंटीन से ठंडा पानी खरीद सकते हैं। ठंडा या गर्म पानी केवल चिकित्सक के निर्देश पर या अदालत के आदेश पर ही उपलब्ध कराया जाता है।’’
भाषा प्रीति