तेजस्वी से मुलाकात के बाद बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- ‘इंडिया’ गठबंधन में कोई दरार नहीं
धीरज नरेश
- 06 Apr 2025, 09:30 PM
- Updated: 09:30 PM
पटना, छह अप्रैल (भाषा)बिहार कांग्रेस प्रमुख राजेश कुमार ने रविवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की और इस साल के अंत में होने वाले राज्य चुनावों से पहले ‘इंडिया’ गठबंधन में मतभेद की अटकलों को खारिज कर दिया।
कुमार की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के बाद बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के साथ पहली मुलाकात थी। यह मुलाकात राहुल गांधी के बिहार दौरे से एक दिन पहले हुई।
इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान भी थे।
कुमार ने तेजस्वी के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, यह यादव के साथ एक औपचारिक बैठक थी। आगामी विधानसभा चुनावों से पहले ‘इंडिया’ गठबंधन(इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के सभी घटकों के साथ ऐसी बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएंगी। ‘इंडिया’ गठबंधन और उसके सभी सहयोगी एक साझा संकल्प साझा करते हैं - देश और बिहार दोनों को बचाने के लिए सामूहिक रूप से लड़ना और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)को हराना।’’
कुमार ने बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन के भीतर मतभेद का दावा करने वाली खबरों को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मतभेद का सवाल ही नहीं उठता। हम एकजुट हैं और आगामी विधानसभा चुनावों में हम मिलकर राजग को हराएंगे।’’
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर पूछे गए सवाल पर खान ने कहा, ‘‘तेजस्वी यादव विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। वह सभी विपक्षी दलों का प्रतिनिधित्व करते हैं और महागठबंधन के सभी घटकों के समर्थन से विधानसभा के बाहर भी ऐसा करना जारी रखेंगे।’’
खान ने राजग नेताओं की आलोचना की, विशेष रूप से हाल ही में संसद द्वारा पारित विवादास्पद वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा नेता इस मुद्दे पर जनरल डायर की भाषा बोल रहे हैं। भाजपा में जाहिलों की फौज है। अब, जद(यू) के नेता भी यही भावना व्यक्त कर रहे हैं। जद(यू) सुप्रीमो नीतीश कुमार भी भाजपा नेताओं से अलग नहीं हैं। लोग विधेयक पर उनके रुख के लिए उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।’’
जनरल डायर का संदर्भ 13 अप्रैल 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड से जुड़ा है। डायर के नेतृत्व में ब्रिटिश सैनिकों ने अमृतसर में एक शांतिपूर्ण सभा पर गोलीबारी की थी, जिसमें सैकड़ों निहत्थे भारतीय मारे गए थे।
भाषा धीरज