वक्फ अधिनियम के जरिए भूमि अधिग्रहण करना चाहती है भाजपा सरकार : हर्षवर्धन सपकाल
रवि कांत प्रशांत
- 06 Apr 2025, 07:55 PM
- Updated: 07:55 PM
नासिक, छह अप्रैल (भाषा) कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने रविवार को कहा कि वक्फ संशोधन अधिनियम के पीछे भाजपा सरकार का मकसद भूमि अधिग्रहण है।
सपकाल ने दावा किया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की नजर केरल के प्रसिद्ध पद्मनाभ मंदिर से भारी मात्रा में सोना ‘हड़पने’ पर है।
सपकाल ने रामनवमी के अवसर पर संविधान की प्रति लेकर नासिक स्थित कालाराम मंदिर में पूजा-अर्चना की।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि भगवान राम भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर ने नासिक के ऐतिहासिक कालाराम मंदिर में प्रवेश पाने की कोशिश की थी, लेकिन तत्कालीन व्यवस्था ने उनके प्रयासों का विरोध किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने भगवान राम के दर्शन के लिए बाबासाहेब द्वारा लिखित पवित्र संविधान को हाथ में लेकर कालाराम मंदिर में प्रवेश किया। ’’
कालाराम मंदिर सत्याग्रह के दौरान आंबेडकर का समर्थन करने वाले दादा साहब गायकवाड़ के पोते कुणाल गायकवाड़ भी सपकाल के साथ मौजूद थे।
सपकाल ने कहा, ‘‘भगवान राम सबके हैं, वे भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग हैं।’’
उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि भारत और महाराष्ट्र में समानता, भाईचारे और संविधानवाद के विचार फैलें।
कांग्रेस नेता ने 1930-35 के दौरान कालाराम मंदिर में प्रवेश के लिए आंबेडकर द्वारा किए गए सत्याग्रह का उल्लेख किया।
सपकाल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ जब अंग्रेजों ने दिल्ली को अपनी राजधानी बनाने का निर्णय लिया, तो मांग उठी कि भूमि अधिग्रहण करते समय पूजा स्थलों को सुरक्षित रखा जाए। इसी उद्देश्य से 1913 में पुनर्वास अधिनियम के माध्यम से वक्फ बोर्ड का गठन किया गया। इसका गठन सभी धर्मों के पूजा स्थलों को सुरक्षित रखने के लिए किया गया था और मंदिर, मस्जिद तथा गुरुद्वारों को विशेष अधिकार दिए गए थे।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार वक्फ संशोधन विधेयक पारित करने के बाद भूमि अधिग्रहण का प्रयास कर रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘वे पद्मनाभ मंदिर में मौजूद भारी मात्रा में सोने को हड़पना चाहते हैं। ’’
उल्लेखनीय है कि तिरुवनंतपुरम स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर को श्री वैष्णव परंपरा में भगवान विष्णु का पवित्र निवास माना जाता है।
उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र सरकार ने छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज का अपमान करने वाले मराठी अभिनेता राहुल सोलापुरकर के घरों को पुलिस सुरक्षा प्रदान की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक दिवंगत एमएस गोलवलकर की पुस्तक ‘बंच ऑफ थॉट’ में छत्रपति संभाजी महाराज के बारे में बहुत निम्न स्तर की बातें लिखी हैं।
सपकाल ने कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी और उससे जुड़े संगठन सिर्फ राजनीति के लिए भगवान राम का नाम जप रहे हैं। देश और प्रदेश का आम आदमी जन्म से ही भगवान राम का भक्त है और इसलिए वह एक दिन भाजपा को सत्ता से बाहर कर देगा।’’
उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रायगढ़ की आगामी यात्रा लोगों का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाने की एक चाल है।
भाषा रवि कांत