युवा कांग्रेस ने केरल में किया प्रदर्शन, मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग
प्रीति माधव
- 08 Apr 2025, 06:43 PM
- Updated: 06:43 PM
कोट्टायम/मलप्पुरम (केरल), आठ अप्रैल (भाषा) कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा ‘भारतीय युवा कांग्रेस’ के कार्यकर्ताओं ने केरल के मुख्यमंत्री की बेटी के खिलाफ कथित ‘‘अवैध भुगतान’’ से जुड़े घोटले के मामले में एसएफआईओ द्वारा आरोपपत्र दाखिल किए जाने के बाद राज्य भर के जिला कलेक्ट्रेट तक प्रदर्शन किया और इस मुद्दे पर पिनराई विजयन के इस्तीफे की मांग की।
मलप्पुरम और कोल्लम सहित कई स्थानों पर आयोजित प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों ने कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की, इस दौरान उनके बीच झड़पें हुईं।
टीवी चैनल पर प्रसारित हुईं वीडियो में यह नजर आ रहा है कि झड़प के बाद कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया है और उन्हें प्रदर्शन स्थलों से हटा दिया गया है।
कांग्रेस विधायक ओमन चांडी ने कोट्टायम कलेक्ट्रेट तक प्रदर्शन किया। वह और युवा कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए, यातायात बाधित किया और विजयन के खिलाफ नारे लगाए।
पुलिस ने बाद में कुछ कार्यकर्ताओं को वहां से हटा दिया था।
कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों ही विजयन के इस्तीफे की मांग तब से कर रहे हैं जब से ऐसी खबरें सामने आई हैं कि गंभीर कपट अन्वेषण कार्यालय (एसएफआईओ) ने उनकी बेटी वीना टी को ‘‘अवैध भुगतान’’ के मामले में नामजद किया है, जिसमें उनकी अब बंद हो चुकी आईटी कंपनी एक्सालॉजिक और निजी खनन कंपनी कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड (सीएमआरएल) को शामिल किया गया है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए एसएफआईओ के कदम को ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ करार दिया।
आज तक न तो मुख्यमंत्री और न ही उनकी बेटी ने उन खबरों पर कोई टिप्पणियां की हैं, जिनमें यह दावा किया गया है कि एसएफआईओ की जांच में पाया गया कि उन्होंने (वीना टी) बिना कोई सेवा प्रदान किए निजी खनन कंपनी से 2.70 करोड़ रुपये प्राप्त किए हैं।
एसएफआईओ ने यह कथित कार्रवाई ऐसे समय में की है जब केरल उच्च न्यायालय ने कांग्रेस विधायक मैथ्यू कुझालनदान द्वारा दायर उस याचिका को एक सप्ताह पहले खारिज कर दिया था, जिसमें सीएमआरएल और एक्सालॉजिक के बीच कथित वित्तीय लेनदेन को लेकर विजयन के खिलाफ सतर्कता जांच का अनुरोध किया गया था।
उच्च न्यायालय ने याचिका खारिज करते हुए कहा था कि विधायक
सतर्कता अदालत के समक्ष वे तथ्य प्रस्तुत करने में ‘‘विफल’’ रहें हैं, जिससे मुख्यमंत्री, उनकी बेटी और उनकी कंपनी के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की जा सके।
खबरों के अनुसार, एसएफआईओ की जांच में खनन कंपनी में 182 करोड़ रुपये की वित्तीय धोखाधड़ी का पता चला है, जिसमें कई अन्य आरोपी भी शामिल हैं।
भाषा प्रीति