शेयर बाजार ने शुरुआती लाभ गंवाया, सेंसेक्स 217 अंक टूटा, निफ्टी भी नुकसान में
रमण अजय
- 10 Mar 2025, 05:06 PM
- Updated: 05:06 PM
मुंबई, 10 मार्च (भाषा) उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सोमवार को दोनों मानक सूचकांक...बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी...में गिरावट रही। कारोबार के अंतिम घंटे में औद्योगिक तथा तेल एवं गैस शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया और बीएसई सेंसेक्स 217 अंक टूट गया।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 217.41 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ 74,115.17 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में से 22 नुकसान में जबकि आठ लाभ में रहे।
सूचकांक बढ़त के साथ खुला और कारोबार के दौरान 74,741.25 अंक तक चढ़ गया था। हालांकि, बाजार बंद होने से पहले बिकवाली दबाव के कारण एक समय यह 310.34 अंक तक लुढ़क गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 92.20 अंक यानी 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,460.30 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के तीस शेयरों में से इंडसइंड बैंक, जोमैटो, लार्सन एंड टुब्रो, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में पावर ग्रिड, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, नेस्ले इंडिया, एशियन पेंट्स, आईटीसी, सन फार्मास्युटिकल्स और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियां बाजार धारणा को प्रभावित कर रही हैं। अमेरिका में बेरोजगारी दर और शुल्क दर में वृद्धि ने अनिश्चितता को जन्म दिया है। यह दर्शाता है कि निकट भविष्य में अस्थिरता बनी रहेगी।’’
नायर ने कहा कि घरेलू वृहद आर्थिक आंकड़े निवेशकों को अल्पावधि में सावधानी के साथ कम मूल्यांकन वाले शेयरों की खरीद शुरू करने के लिए अनुकूल बना रहे हैं, जबकि दीर्घावधि आकर्षक लग रही है।
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 2.11 प्रतिशत के नुकसान में रहा, जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित बीएसई मिडकैप सूचकांक 1.46 प्रतिशत नीचे आया।
बीएसई के 2,877 शेयरों में गिरावट रही जबकि 1,203 शेयर लाभ में रहे। 149 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।
स्टॉक्सबॉक्स के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक अमेय रणदिवे ने कहा, ‘‘मुख्य रूप से अमेरिकी शुल्क दर को लेकर अनिश्चितता और विदेशी बाजारों में बिकवाली की चिंताओं के कारण सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई, जिससे बाजार की धारणा प्रभावित हुई।’’
मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘रुपये में तेज गिरावट और विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी में कमी आने के कोई संकेत नहीं दिखने के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।’’
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 4,43,269.25 करोड़ रुपये घटकर 3,93,85,818.73 करोड़ रुपये (4,510 अरब डॉलर) रहा।
एशिया के अन्य प्रमुख बाजारों में मिला-जुला रुख रहा।
यूरोपीय बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख था। वॉल स्ट्रीट में शुक्रवार को तेजी रही थी।
इस बीच, शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 2,035.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,320.36 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.34 प्रतिशत की बढ़त के साथ 70.60 डॉलर प्रति बैरल रहा।
बीएसई सेंसेक्स में शुक्रवार को मामूली 7.51 अंक की गिरावट आई थी, जबकि एनएसई निफ्टी 7.80 अंक के लाभ में रहा था।
भाषा रमण