दुनिया की कोई ताकत जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं कर सकती: मोदी
ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र मनीषा
- 08 Nov 2024, 04:14 PM
- Updated: 04:14 PM
धुले, आठ नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस नीत ‘इंडिया’ गठबंधन पर जम्मू-कश्मीर से भारत का संविधान हटाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और साथ ही जोर देकर कहा कि दुनिया की कोई ताकत वहां अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं कर सकती।
उन्होंने कांग्रेस पर एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ खड़ा करने का भी आरोप लगाया और लोगों को एकजुट रहने के लिए आगाह किया। उन्होंने कहा, ‘‘एक हैं, तो सेफ (सुरक्षित) हैं।’’
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि दलितों और आदिवासियों को भड़काने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन कोरी किताबों को संविधान के रूप में पेश कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों को ‘पाकिस्तान के एजेंडे’ को बढ़ावा नहीं देना चाहिए और अलगाववादियों की भाषा नहीं बोलनी चाहिए। मोदी ने कहा कि जब तक उन्हें लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है, तब तक विपक्ष का एजेंडा सफल नहीं होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर में केवल (डॉ भीमराव) आंबेडकर के संविधान का पालन किया जाएगा। आपने टीवी पर देखा होगा कि कैसे जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अनुच्छेद 370 को वापस लाने का प्रस्ताव रखा गया और जब भाजपा विधायकों ने विरोध किया, तो उन्हें बाहर निकाल दिया गया। देश और महाराष्ट्र को यह समझना चाहिए।’’
मोदी ने कांग्रेस पर जातियों और समुदायों को बांटने का खतरनाक खेल खेलने का भी आरोप लगाया और कहा कि यदि अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी) और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) एकजुट रहेंगे तो कांग्रेस की राजनीति समाप्त हो जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ खड़ा करना चाहती है और एससी, एसटी और ओबीसी की एकता को कमजोर करना चाहती है। नेहरू के समय से ही कांग्रेस और उनके परिवार ने आरक्षण का विरोध किया था और अब उनकी चौथी पीढ़ी के युवराज जाति विभाजन के लिए काम कर रहे हैं। आपको समझना चाहिए कि ‘एक हैं तो सेफ हैं’।’’
इससे पहले, मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने धर्म पर राजनीति की जिसके कारण भारत का विभाजन हुआ और अब पार्टी जाति की राजनीति कर रही है। उन्होंने उत्तरी महाराष्ट्र के इस जिले में कहा कि देश के खिलाफ इससे बड़ी कोई साजिश नहीं हो सकती।
मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस, शिवसेना और राकांपा (सपा) से मिलकर बनी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) एक ऐसा वाहन है जिसमें न तो पहिए हैं और न ही ब्रेक हैं और चालक सीट पर बैठने के लिए वहां लड़ाई चल रही है।
धुले और महाराष्ट्र के साथ अपने लगाव को याद करते हुए मोदी ने कहा कि जब भी उन्होंने राज्य के लोगों से कुछ मांगा है तो वे दयालु रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 2014 में पिछली सरकार के 15 साल के कुशासन को समाप्त करने के लिए आपका आशीर्वाद मांगा था। आपने शालीनता से सुनिश्चित किया कि भाजपा को अभूतपूर्व सफलता मिले। आज मैं महाराष्ट्र में अपने अभियान की शुरुआत धुले से कर रहा हूं। महायुति का प्रत्येक उम्मीदवार आपका आशीर्वाद चाहता है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि पिछले ढाई साल में महाराष्ट्र के विकास ने जिस गति से रफ्तार पकड़ी है, उसे रुकने नहीं दिया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि आने वाले पांच वर्षों में महाराष्ट्र की प्रगति और विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘केवल महायुति ही सुशासन दे सकती है। एमवीए एक ऐसा वाहन है जिसमें कोई पहिया नहीं है, कोई ब्रेक नहीं है और चालक की सीट पर बैठने की लड़ाई है। अलग-अलग तरह के हॉर्न सुनाई दे सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि एमवीए का लोगों और राज्य के विकास के लिए काम करने का कोई इरादा नहीं है और उसके नेताओं का लक्ष्य जनता को लूटना है। एमवीए का गठन धोखे से किया गया था और राज्य ने उनके द्वारा किए गए काम को देखा है। शिवसेना में एकनाथ शिंदे के विद्रोह से पहले एमवीए दो साल तक सत्ता में थी। जून 2022 में बाल ठाकरे द्वारा स्थापित पार्टी दो धड़ों में विभाजित हो गई थी। एक धड़े का नेतृत्व उद्धव ठाकरे जबकि दूसरे का नेतृत्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कर रहे हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘एमवीए ने विकास परियोजनाओं में रोड़े अटकाए और हर उस योजना को रोक दिया जिससे लोगों के जीवन में सुधार हो सकता था। आपके आशीर्वाद से महायुति सरकार बनी और विकास की नई ऊंचाइयां देखने को मिलीं।’’
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का खोया गौरव और विकास में विश्वास फिर से रास्ते पर आ गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को याद रखना चाहिए कि महायुति आहे तार गति आहे... महाराष्ट्र ची प्रगति आहे (यदि महायुति है, तो महाराष्ट्र की प्रगति और विकास सुनिश्चित है)।’’
मोदी ने कहा कि महायुति का घोषणापत्र विकास का रोडमैप है, यह आर्थिक प्रगति, सामाजिक समानता, सुरक्षा की बात करता है और यह सर्वसमावेशी है।
उन्होंने कहा, ‘‘विकसित महाराष्ट्र के लिए महिलाओं का सशक्तीकरण महत्वपूर्ण है। पूर्ववर्ती सरकारों ने महिलाओं को प्रगति करने से रोका और मोदी तथा महायुति ने सभी बाधाओं को दूर कर उन्हें कई अवसर प्रदान किए।’’
उन्होंने कहा कि पूरे देश में राज्य की 'लाडकी बहिन' योजना की चर्चा हो रही है लेकिन कांग्रेस का तंत्र इसके खिलाफ काम कर रहा है और यहां तक कि वह इसे अदालत भी ले गया।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर एमवीए सत्ता में आया तो वह इस योजना को रद्द कर देगा। हर महिला को एमवीए से सावधान रहना चाहिए।’’
मोदी ने महायुति की मुंबादेवी से उम्मीदवार शाइना एनसी के लिए शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत की 'आयातित माल' टिप्पणी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को एमवीए नेताओं की इस तरह की टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए और ना ही उन्हें माफ करना चाहिए।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस केंद्र और महाराष्ट्र में साथ-साथ सत्ता में रही लेकिन मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने की कभी उसे जरूरत महसूस नहीं हुई। उन्होंने कहा, ‘‘अब वे परेशान हैं कि मोदी ने यह कैसे किया और क्यों किया। यह एमवीए का असली चेहरा है।’’
मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र पिछले दो साल में विदेशी निवेश के मामले में शीर्ष पर रहा है और इस साल के पहले तीन महीनों में ही देश में 50 प्रतिशत से अधिक एफडीआई राज्य में आया है। हालांकि, एमवीए ने भाजपा पर बड़ी परियोजनाओं को महाराष्ट्र से गुजरात ले जाने का आरोप लगाया है।
मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र में बुनियादी ढांचे का विकास बढ़ रहा है और इस क्रम में उन्होंने पालघर जिले में वधावन बंदरगाह का उदाहरण दिया।
मोदी ने कहा कि चुनाव संपन्न होने और महायुति के सत्ता में आने पर वधावन बंदरगाह के निकट एक तीसरा हवाई अड्डा बनाने की भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस की मांग पर काम करेंगे।
भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र