ग्राम रक्षा गार्ड की हत्या: किश्तवाड़ में आतंकियों का पता लगाने के लिए तलाश अभियान जारी
सुभाष मनीषा
- 08 Nov 2024, 03:55 PM
- Updated: 03:55 PM
श्रीनगर, आठ नवंबर (भाषा) जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में दो ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) की हत्या के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने के लिए व्यापक घेराबंदी और तलाश अभियान जारी है।
इस अभियान का उद्देश्य दोनों वीडीजी का शव बरामद करना भी है।
अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने दोनों ग्राम रक्षा गार्ड का किश्तवाड़ जिले में अपहरण करने के बाद बृहस्पतिवार को उनकी हत्या कर दी।
पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने बर्बर हत्या की घटना के बाद घने वन क्षेत्र में एक संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने घटना की निंदा की है।
अधिकारियों ने बताया कि अभियान कुंतवाड़ा, ओहली और मुंजला धर पर्वतीय इलाकों में केंद्रित है और शुक्रवार को सुबह अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी भेजा गया।
सुरक्षा बलों ने ड्रोन और श्वान दस्ते को खोजबीन अभियान में लगाया है तथा आज सुबह वन क्षेत्र के ऊपर एक हेलीकॉप्टर मंडराते देखा गया।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘किश्तवाड़ के ओहली-कुंतवाड़ा निवासी नजीर अहमद और कुलदीप कुमार मवेशियों को चराने के दौरान लापता हो गए थे।’’
उन्होंने बताया कि बाद में, उनके शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आईं और उनके परिवार के सदस्यों ने उनकी पहचान की।
उन्होंने कहा, ‘‘जवाब में, पुलिस और सेना द्वारा एक संयुक्त तलाश अभियान चलाया जा रहा है।’’
अधिकारियों ने बताया कि अहमद और कुमार अधवारी के मुंजला धर जंगल में मवेशी चराने गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। आतंकवादियों द्वारा उनके अपहरण और बाद में हत्या कर दिये जाने की खबरों के बीच, पुलिस के दल तलाश अभियान में जुट गए हैं।
कुमार के भाई पृथ्वी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘मेरे भाई और नजीर को आतंकवादियों ने अगवा कर लिया और उनकी हत्या कर दी। वे ग्राम रक्षा गार्ड थे और हमेशा की तरह मवेशी चराने गए थे।’’
उन्होंने कहा कि परिवार गहरे सदमे में है क्योंकि कुमार की हत्या से महज एक सप्ताह पहले उनके पिता अमर चंद की मृत्यु हो गई थी।
सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों द्वारा पीड़ितों के मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर उनकी हत्या की तस्वीरें साझा किये जाने के बाद, ग्रामीणों को इस घटना के बारे में पता चला।
पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संबद्ध ‘कश्मीर टाइगर्स’ समूह ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए, मृतकों की आंखों पर पट्टी बंधी तस्वीरें साझा कीं।
इस वर्ष किश्तवाड़ सहित जम्मू क्षेत्र के अन्य जिलों -- राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, डोडा और कठुआ में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने वीडीजी सदस्यों पर जघन्य आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और सभी आतंकी समूहों का खात्मा करने तथा इस बर्बर कृत्य का बदला लेने का संकल्प दोहराया।
सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने नृशंस हत्याओं की निंदा की है तथा कहा है कि ‘‘बर्बर हिंसा के ऐसे कृत्य जम्मू-कश्मीर में दीर्घकालिक शांति कायम करने में एक बड़ी बाधा बने हुए हैं।’’
इस बीच, किश्तवाड़ के विभिन्न इलाकों में लोग हत्याओं के विरोध में सड़कों पर उतर आए।
प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय लोगों में विश्वास बहाल करने के लिए हत्या की घटना में शामिल आतंकवादियों का ‘‘तत्काल खात्मा’’ करने की मांग की।
सैकड़ों लोग जिले के द्राबशाला इलाके में एकत्र हुए, टायर जलाए और सड़कें अवरूद्ध कर दीं।
भाषा सुभाष