हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली
देवेंद्र सुरेश
- 28 Nov 2024, 06:06 PM
- Updated: 06:06 PM
(तस्वीरों के साथ)
रांची, 28 नवंबर (भाषा) झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन ने बृहस्पतिवार को यहां एक भव्य समारोह में राज्य के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस मौके पर ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन के कई नेता मौजूद थे।
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने 49-वर्षीय आदिवासी नेता सोरेन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।
राज्यपाल ने रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित एक समारोह में सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल मौजूद थे।
शपथ लेने से पहले, कुर्ता-पायजामा पहने सोरेन ने झामुमो अध्यक्ष एवं अपने पिता शिबू सोरेन से मुलाकात की।
झामुमो नेता रिकॉर्ड चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं।
हाल में हुए विधानसभा चुनावों में सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गमलियल हेम्ब्रम को 39,791 मतों से हराकर बरहेट सीट बरकरार रखी।
झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 81-सदस्यीय विधानसभा में 56 सीट हासिल कर अपना बहुमत बनाए रखा, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 24 सीट मिलीं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) (लिबरेशन) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पारंपरिक परिधानों में सजे आदिवासी समूहों ने कार्यक्रम स्थल पर ढोल और नगाड़े की धुन पर नृत्य किया।
हेमंत सोरेन सरकार के शपथ ग्रहण के मद्देनजर बृहस्पतिवार को रांची शहर के स्कूल बंद रहे।
शपथ लेने से कुछ घंटे पहले हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘एकता राज्य के लोगों का सबसे बड़ा हथियार है, जिन्हें न तो विभाजित किया जा सकता है और न ही चुप कराया जा सकता है।’’
भाजपा-नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सोरेन ने यह भी कहा कि जब भी ‘‘वे हमें चुप कराने की कोशिश करते हैं’’, तो क्रांति और तेज हो जाती है।
सोरेन ने पोस्ट किया, ‘‘इसमें कोई संदेह न रखें- हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है। जब-जब वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं। जब-जब वे हमें चुप करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज और प्रखर होती जाती है, क्योंकि हम झारखंडी हैं और झारखंडी कभी झुकते नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है। संघर्ष जारी है और आखिरी सांस तक जारी रहेगा।’’
आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह ‘‘हमारे सामूहिक संघर्ष’’, प्रेम और भाईचारे की भावना तथा न्याय के प्रति झारखंडियों की प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा।
सोरेन ने कहा, ‘‘आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, तब हमें अपने पूर्वजों की उस एकता और हर झारखंडी को साथ लेकर चलने के संकल्प को पुनः दोहराना होगा।’’
उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बुधवार शाम को मोरहाबादी मैदान का दौरा कर तैयारियों का जायजा लेने के बाद कहा था, ‘‘यह बहुत खुशी की बात है कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर इतने सम्मानित नेता हमारे साथ हैं।’’
सोरेन ने मंगलवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी। गठबंधन को लगातार दूसरी बार अभूतपूर्व जीत दिलाने के बाद यह उनकी राष्ट्रीय राजधानी की पहली यात्रा थी।
झामुमो ने चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की है। उसने 43 सीट पर चुनाव लड़ा और 34 सीट जीतीं। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल कांग्रेस को 16, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को चार और भाकपा (माले) लिबरेशन को दो सीट मिलीं।
भाषा
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