शिंदे ने दिया इस्तीफा; अगले मुख्यमंत्री को लेकर स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं
सुभाष नरेश
- 26 Nov 2024, 06:08 PM
- Updated: 06:08 PM
मुंबई, 26 नवंबर (भाषा) शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के तीन बाद भी इस शीर्ष पद के लिए स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
दिल्ली में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने देवेंद्र फडणवीस को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है, लेकिन पार्टी की ओर से अब तक इस बात की पुष्टि नहीं की गई है।
शिंदे और फडणवीस 26 नवंबर 2008 को हुए मुंबई आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार सुबह मुंबई पुलिस आयुक्त कार्यालय में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे लेकिन उनके बीच बातचीत नहीं हुई।
शिंदे के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने की शिवसेना नेताओं की अपील के बीच, उन्होंने पद से इस्तीफा दिया है। शिवसेना नेताओं का कहना है कि विधानसभा चुनाव शिंदे के नेतृत्व में ही लड़ा और जीता गया।
उप मुख्यमंत्री फडणवीस और अजित पवार के साथ शिंदे ने मंगलवार सुबह राजभवन में राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन से मुलाकात की और मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने (शिंदे ने) अपना इस्तीफा सौंपा।
राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल ने नये मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण तक शिंदे से कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा।
निवर्तमान विधानसभा का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो गया।
सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने हालिया विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है। इसने 288 में से 230 सीट पर जीत दर्ज की। महायुति के घटक दल भाजपा ने 132, शिंदे नीत शिवसेना ने 57 और अजित पवार नीत राकांपा ने 41 सीट हासिल की।
शिंदे कैबिनेट में मंत्री रहे दीपक केसरकर ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में बहुत जल्द एक नयी सरकार शपथ लेगी।
सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बावजूद, महायुति के घटक दलों -- भाजपा, शिवसेना और राकांपा के बीच इस बारे में अब तक सहमति नहीं बन पाई है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।
केसरकर ने कहा, ‘‘हर राजनीतिक कार्यकर्ता चाहता है कि मुख्यमंत्री उसकी पार्टी से हो लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जो भी फैसला करेंगे, वह हम सभी को स्वीकार्य होगा।’’
इस बीच, भाजपा सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पार्टी राज्य की नयी सरकार में विभागों के बंटवारे को अंतिम रूप दिए जाने तक मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार की घोषणा में जल्दबाजी नहीं करेगी।
अगले मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बनने में महायुति में देरी होने के संकेत उस वक्त मिले, जब राज्यपाल ने मंगलवार सुबह एकनाथ शिंदे को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में सेवा देने के लिए कहा।
प्रदेश भाजपा के एक नेता ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा करने की जल्दबाजी में नहीं है। हमें निर्णायक जनादेश मिला है और अब प्राथमिकता सरकार गठन के लिए एक व्यापक योजना तैयार करना है। इसमें विभागों का बंटवारा और जिलों के प्रभारी मंत्री जैसे प्रमुख पदों का वितरण शामिल है।’’
उन्होंने कहा कि गठबंधन सहयोगियों के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न नहीं होने देने के लिए सावधानी बरती जा रही है।
भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘‘संसद का सत्र जारी रहने के कारण, केंद्रीय नेतृत्व की व्यस्तता बढ़ गई है, फिर भी वह भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के नेताओं और सहयोगियों के साथ बैठकें कर रहा है तथा संसद में कामकाज सुचारू रखने की भी जिम्मेदारी संभाल रहा है।’’
जहां तक मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा की बात है, सूत्र ने कहा, ‘‘भाजपा केंद्रीय इकाई एक पर्यवेक्षक या पर्यवेक्षकों की एक टीम नियुक्त करेगी, जो मुंबई का दौरा करेगी। वे प्रदेश मंत्रिमंडल के फार्मूले को अंतिम रूप देने के लिए विधायकों और वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारियों से मिलेंगे। यह होने के बाद, वे विधायक दल का नेता नामित करने के लिए पार्टी की ओर से नाम की घोषणा करेंगे।’’
हालांकि फडणवीस, जो चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा का चेहरा थे, अपनी पार्टी के शानदार चुनावी प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। वहीं, शिवसेना नेताओं ने कहा है कि वे चाहते हैं कि एकनाथ शिंदे इस पद पर बने रहें, जिससे संकेत मिलता है कि शिवसेना ने अपना दावा नहीं छोड़ा है।
अजित पवार नीत राकांपा ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने हाल में कहा था कि फडणवीस उन्हें स्वीकार्य हैं।
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