अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी फोन टैपिंग मामले में गिरफ्तार, जमानत मिली
नोमान दिलीप
- 25 Nov 2024, 08:17 PM
- Updated: 08:17 PM
नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत के आधार पर 2020 के फोन टैपिंग मामले में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि अपराध शाखा द्वारा शर्मा की गिरफ्तारी के थोड़े वक्त बाद ही एक स्थानीय अदालत ने उन्हें जमानत दे दी।
इस वर्ष अप्रैल में, शर्मा ने दावा किया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री गहलोत ने उन्हें शेखावत और कुछ कांग्रेस नेताओं के बीच टेलीफोन पर हुई कथित बातचीत का ऑडियो क्लिप दिया था, जिसमें राजस्थान में तत्कालीन कांग्रेस सरकार को गिराने के संबंध में चर्चा की जा रही थी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गहलोत के पूर्व ओएसडी अपराध शाखा द्वारा तलब किए जाने के बाद रविवार रात दिल्ली आए।
मार्च 2021 में शेखावत ने गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार पर अवैध फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराई थी।
दिल्ली पुलिस ने शेखावत की शिकायत के आधार पर मार्च 2021 में आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और टेलीफोन पर बातचीत को गैरकानूनी रूप से टैप करने के आरोप में शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
इसके बाद, अपराध शाखा ने पिछले तीन वर्षों में रोहिणी स्थित अपने कार्यालय में शर्मा से कई बार पूछताछ की।
शुरुआत में शर्मा ने पुलिस को बताया कि उन्हें शेखावत की कांग्रेस नेताओं के साथ कथित बातचीत की ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया से मिली थी, लेकिन बाद में उन्होंने दावा किया कि गहलोत ने उन्हें एक पेन ड्राइव दी थी, जिसमें कथित क्लिप थी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, शर्मा मामले से संबंधित जानकारी और दस्तावेज उपलब्ध कराकर जांच में सहयोग कर रहे हैं।
शर्मा ने इस साल सितंबर में मीडियाकर्मियों से कहा था, "मैंने फोन टैपिंग मामले से संबंधित सभी विवरण प्रस्तुत कर दिए हैं। मैं शुरू से ही कहता रहा हूं कि इस मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है। किसी का फोन टैप करना मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। उस समय मुख्यमंत्री के अशोक गहलोत ने खुद मुझे एक पेन ड्राइव दी थी, जिसमें क्लिप थे और उन्हें मैंने उनके निर्देश पर सार्वजनिक किया था।”
भाषा नोमान