भाजपा की केरल इकाई के नेताओं ने पलक्कड़ सीट से प्रत्याशी के चयन को लेकर सवाल उठाये
सुभाष नरेश
- 25 Nov 2024, 06:02 PM
- Updated: 06:02 PM
तिरुवनंतपुरम/कोझिकोड, 25 नवंबर (भाषा) केरल में पलक्कड़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ नेताओं ने उम्मीदवार के चयन पर सवाल उठाए हैं।
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राहुल ममकुटथिल ने भाजपा का गढ़ माने जाने वाली पलक्कड़ सीट पर हालिया उपचुनाव में 18,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की। पिछले कुछ चुनावों में दूसरे स्थान पर रहने के कारण भाजपा को इस सीट पर जीत की उम्मीद थी।
पलक्कड़ उपचुनाव में खराब प्रदर्शन को लेकर अपनी प्रदेश इकाई से बढ़ते दबाव के बीच, भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख के. सुरेंद्रन ने सोमवार को कोझिकोड में संवाददाता सम्मेलन किया और कहा कि वह हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हैं।
सुरेंद्रन ने कहा, ‘‘यदि मेरी ओर से कोई गलती हुई है तो उसकी पड़ताल होनी चाहिए। इस सिलसिले में मेरी ओर से कोई अड़चन नहीं है।’’
हालांकि, उन्होंने मीडिया में आई उन खबरों को सीधे तौर पर खारिज नहीं किया, जिनमें कहा गया है कि वह प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को इच्छुक हैं। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने केरल इकाई और इसके प्रमुख का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने हालिया उपचुनाव में ‘‘अच्छी टक्कर’’ दी।
भाजपा ने केरल में पार्टी के मजबूत गढ़ों में से एक माने जाने वाले पलक्कड़ में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सुरेंद्रन द्वारा पद छोड़ने की इच्छा व्यक्त किए जाने की खबरों को खारिज कर दिया। पार्टी ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) एवं कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) पर ‘‘अफवाहें फैलाने’’ का आरोप लगाया।
भाजपा की चिंता बढ़ाते हुए वाम मोर्चा ने इस सीट पर अपने प्रदर्शन में सुधार किया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केरल में पार्टी के प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कोई भी इस्तीफा नहीं दे रहा और न ही पार्टी ने किसी से इस्तीफा मांगा है।’’
जावड़ेकर ने कहा, ‘‘भाजपा ने केरल में हाल में हुए उपचुनावों में अच्छी टक्कर दी और महाराष्ट्र में भारी जनादेश प्राप्त किया। हम 2026 में पलक्कड़ और कई अन्य विधानसभा सीट जीतेंगे। हम केरल की राजनीति में बदलाव लाने के लिए यहां हैं। लोग भाजपा की ओर उम्मीद से देख रहे हैं।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि 15 लाख से अधिक मतदाता ‘मिस्ड कॉल’ और पूरा विवरण देकर स्वेच्छा से भाजपा के सदस्य बने हैं।
जावड़ेकर ने कहा, ‘‘हमारा सदस्यता अभियान जोरदार तरीके से जारी रहेगा।’’
उनका यह बयान इन खबरों के बीच आया है कि इस हार के कारण भाजपा की केरल इकाई में सुरेंद्रन के खिलाफ व्यापक असंतोष है।
पार्टी के भीतर सुरेंद्रन के आलोचकों का आरोप है कि उन्होंने पलक्कड़ सीट के लिए अपने पसंदीदा उम्मीदवार सी कृष्णकुमार को मैदान में उतारने का एकतरफा फैसला किया।
वहीं, सुरेंद्रन ने कहा कि यह केंद्रीय नेतृत्व को तय करना है कि वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे या नहीं।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिये जाने वाले किसी भी फैसले को मैं स्वीकार करूंगा।’’
सुरेंद्रन ने कहा कि प्रदेश प्रमुख होने के नाते हालिया उपचुनाव में सभी तीन निर्वाचन क्षेत्रों-- वायनाड लोकसभा सीट, पलक्कड़ और चेल्लाकारा विधानसभा सीट पर उम्मीदवारों के चयन, प्रचार और इसके बाद आये नतीजों के लिए वह प्राथमिक रूप से जिम्मेदार हैं।
प्रदेश भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने उम्मीदवार के नाम की घोषणा से पहले पार्टी नेता शोभा सुरेंद्रन को उम्मीदवार बनाए जाने की सार्वजनिक रूप से वकालत की थी।
टेलीविजन पर भाजपा के लोकप्रिय चेहरे संदीप जी वारियर ने कृष्णकुमार को उम्मीदवार बनाए जाने के विरोध में इस्तीफा दे दिया था और वह उपचुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे जिससे भाजपा को बड़ा झटका लगा।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, ममकुटथिल को 58,389 वोट मिले, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सी कृष्णकुमार को 39,549 वोट मिले।
वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के डॉ. पी. सरीन 37,293 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
भाषा सुभाष