विपक्षी सदस्यों ने बिरला से वक्फ संबंधी समिति का कार्यकाल बढ़ाने का आग्रह किया
हक हक माधव
- 25 Nov 2024, 05:49 PM
- Updated: 05:49 PM
नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार करने वाली संसद की संयुक्त समिति में शामिल विपक्षी सांसदों ने सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर इस समिति का कार्यकाल बढ़ाने का आग्रह किया।
इन विपक्षी सदस्यों का कहना है कि संशोधन विधेयक पर उचित विचार-विमर्श और चर्चा के लिए इस समिति का कार्यकाल पर्याप्त समय के लिए बढ़ाया जाना चाहिए।
कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद और सैयद नासिर हुसैन, द्रमुक के ए राजा, तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी और कुछ अन्य विपक्षी सांसदों ने संसद का शीतकालीन सत्र आरंभ होने से पहले बिरला से मुलाकात की।
उन्होंने अपनी मांग को लेकर एक ज्ञापन भी लोकसभा अध्यक्ष को सौंपा।
बिरला से मुलाकात के बाद राजा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने लोकसभा अध्यक्ष को बताया कि समिति के अध्यक्ष द्वारा उचित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया है। वह जल्दबाजी कर रहे हैं, कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं।’’
राजा ने कहा कि पाल संसद की संयुक्त समिति के प्रमुख के तौर पर उचित प्रक्रिया का पालन नहीं कर रहे थे और उन्होंने स्वत: संज्ञान लेते हुए घोषणा की थी कि रिपोर्ट 29 नवंबर को संसद में पेश की जानी है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री का कहना था, ‘‘प्रस्तावित विधेयक के प्रत्येक खंड पर असहमति नोट और मतदान सहित कई प्रक्रियाएं हैं। ये सभी चीजें होनी हैं।’’
ज्ञापन में विपक्षी नेताओं ने बिरला से कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक एक व्यापक कानून है जिसमें मौजूदा कानून में कई बड़े बदलाव शामिल हैं।
विपक्षी सदस्यों ने कहा, ‘‘इसलिए, रिपोर्ट को अंतिम रूप देने से पहले केवल तीन महीने का समय न केवल अपर्याप्त है, बल्कि इसके परिणामस्वरूप अनुचित सिफारिशें भी हो सकती हैं। उचित चर्चा और विचार-विमर्श के लिए समिति का कार्यकाल पर्याप्त समय तक बढ़ाया जाना चाहिए।’’
समिति के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल ने बृहस्पतिवार को कहा था कि रिपोर्ट तैयार है और इस पर सभी सदस्यों के बीच सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा।
लोकसभा ने समिति को सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह के आखिरी दिन अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
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