जामा मस्जिद की खोदाई की अफवाह से उग्र हुई भीड़,अधिकारी जिम्मेदार : मस्जिद प्रबंध समिति
राजकुमार
- 25 Nov 2024, 05:44 PM
- Updated: 05:44 PM
संभल (उप्र), 25 नवंबर (भाषा) संभल की विवादित जामा मस्जिद की प्रबंधन समिति ने रविवार को मस्जिद परिसर के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के लिये स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए सोमवार को कहा कि मस्जिद की खोदाई की अफवाह फैलने से भीड़ उग्र हुई।
पत्रकार वार्ता के बाद पुलिस ने शाही जामा मस्जिद प्रबंध समिति के अध्यक्ष जफर अली को हिरासत में ले लिया।
जफर अली ने यहां पत्रकार वार्ता में हिंसा के मामले में स्थानीय प्रशासन पर गम्भीर आरोप लगाये।
उन्होंने कहा, ‘‘मस्जिद का जो दोबारा सर्वे हुआ वह अदालत के आदेश से नहीं बल्कि सिर्फ जिलाधिकारी के आदेश पर हुआ था। यह सर्वे गैर-कानूनी तरीके से हुआ था।’’
अली ने कहा, ‘‘इस घटना के दोषी संभल के उपजिलाधिकारी वंदना मिश्रा और पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार हैं।’’
इस सवाल पर कि इन अधिकारियों का क्या दोष है, अली ने कहा, ‘‘उपजिलाधिकारी ने जिद करके वजूखाने का पानी निकलवाया, जबकि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने कहा था कि डंडे से पानी की गहराई नाप ली जाए। मगर उपजिलाधिकारी की जिद पर जब हौज का पानी निकाला गया तो बाहर जमा लोगों में भ्रम पैदा हुआ कि मस्जिद में खोदाई की जा रही है। इसी से वे उग्र हो गये।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जब मस्जिद के बाहर भीड़ एकत्र हो रही थी तो पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार ने उन लोगों को गालियां दीं और लाठीचार्ज करवा दिया, जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गयी।’’
अली ने आरोप लगाया, ‘‘मैंने खुद पुलिस को भीड़ पर गोलियां चलाते देखा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उपजिलाधिकारी वंदना मिश्रा और पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार की वजह से ही झगड़ा हुआ और इन्हीं की वजह से मौतें हुई हैं।’’
अली ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हैं कि वारदात में मारे गये बेगुनाह युवकों के परिजनों को उचित मुआवजा दें।
हालांकि इस पत्रकार वार्ता के बाद पुलिस ने अली को हिरासत में ले लिया।
संभल की जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर रविवार को किये जा रहे सर्वेक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए थे। इस दौरान तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी। इस हिंसा, गोलीबारी और पथराव में (अन्य)उपजिलाधिकारी रमेश चंद्र समेत कुल 20 लोग जख्मी हुए हैं। इस मामले में अब तक कुल सात मुकदमे दर्ज कर 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एक स्थानीय अदालत के आदेश पर गत मंगलवार को जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था जिसके बाद से संभल में पिछले कुछ दिनों से तनाव व्याप्त था। रविवार को सर्वेक्षण करने वाली टीम दोबारा मस्जिद का सर्वे करने गई थी।
अदालत में एक याचिका दाखिल करके दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है, वहां पहले हरिहर मंदिर था।
भाषा सं सलीम