विश्व एथलेटिक्स के प्रमुख सबेस्टियन को भारत में, प्रधानमंत्री और खेल मंत्री से मिलेंगे
सुधीर
- 25 Nov 2024, 11:57 AM
- Updated: 11:57 AM
नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष सबेस्टियन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्री मनसुख मांडविया के साथ ‘अनौपचारिक’ बैठक के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं।
चार ओलंपिक पदक जीतने वाले 68 वर्षीय मध्यम दूरी के पूर्व धावक को की सोमवार सुबह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के प्रमुख आदिले सुमारिवाला ने अगवानी की।
ब्रिटेन के महान खिलाड़ी को वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) का अगला अध्यक्ष बनने की दौड़ में हैं और माना जाता है कि यह दौरा उनके लिए समर्थन जुटाने के अभियान का हिस्सा है।
आईओसी के चुनाव अगले साल होने हैं। थॉमस बाक अभी आईओसी प्रमुख हैं।
एएफआई के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘ये अनौपचारिक बैठकें हैं, असल में शिष्टाचार भेंट। शाम को प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद वह एक व्यावसायिक कार्यक्रम के लिए मुंबई जाएंगे।’’
को के नाना एक भारतीय (दिवंगत होटल व्यवसायी सरदारी लाल मल्होत्रा) थे। को अंतरराष्ट्रीय खेलों में एक लोकप्रिय व्यक्ति हैं और पेरिस ओलंपिक से पहले उन्होंने काफी चर्चा बटोरी थी जब उनके नेतृत्व में विश्व एथलेटिक्स ओलंपिक पदक विजेताओं के लिए भारी नकद पुरस्कारों की घोषणा करने वाला पहला अंतरराष्ट्रीय महासंघ बन गया था।
उनकी यात्रा के दौरान एएफआई द्वारा 2028 जूनियर विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी के लिए प्रयास किए जाने की उम्मीद है।
मुंबई में वह टाटा कम्युनिकेशंस के प्रतिनिधियों से मिलेंगे क्योंकि कंपनी को विश्व एथलेटिक्स अल्टीमेट चैंपियनशिप के लिए मेजबान प्रसारक के रूप में शामिल किया गया है जो 2026 में 11 से 13 सितंबर तक बुडापेस्ट में आयोजित की जाएगी।
इस प्रतियोगिता में प्रत्येक स्पर्धा में दुनिया के शीर्ष रैंकिंग वाले आठ से 16 एथलीट शामिल होंगे जिनका चयन मुख्य रूप से विश्व रैंकिंग के आधार पर किया जाएगा।
प्रत्येक देश के कितने खिलाड़ी प्रत्येक स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं इस पर कोई सीमा नहीं होगी। 100 मीटर, पोल वॉल्ट और चार गुणा 100 मीटर सहित कुल 16 स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी जिनकी कुल पुरस्कार राशि एक करोड़ डॉलर होगी।
को की यात्रा 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए भारत की बोली के मद्देनजर भी महत्वपूर्ण है। देश ने पिछले महीने आईओसी को आशय पत्र सौंपकर इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है।
भाषा