छत्तीसगढ़: रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा सीट पर भाजपा का कब्जा बरकरार
संजीव जितेंद्र
- 23 Nov 2024, 07:45 PM
- Updated: 07:45 PM
रायपुर, 23 नवंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ की रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर इस निर्वाचन क्षेत्र पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा सीट से आठ बार विधायक रहे कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल को उम्मीदवार नहीं बनाए जाने के बावजूद जीत मिलने से विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली सरकार का आत्मविश्वास बढ़ा है।
उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुनील कुमार सोनी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा को 46167 मतों से शिकस्त दी।
इस सीट पर उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान हुआ था, जिसमें सोनी को 89,220 मत और शर्मा को 43,053 मत मिले।
वर्ष 2008 से लगातार बृजमोहन अग्रवाल इस विधानसभा सीट पर जीत हासिल करते आ रहे थे लेकिन रायपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने जाने के उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दे दिया था।
राजनीतिक विशेषज्ञों ने इस बार इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर का पूर्वानुमात जताया था और कहा था कि अगर भाजपा जीत भी जाती है तो जीत का अंतर कम होगा।
राजनीतिक विश्लेषक आर कृष्ण दास कहते हैं, “यह परिणाम रायपुर दक्षिण में मतदाताओं के बीच अग्रवाल की लोकप्रियता पर भरोसा करने की भाजपा की रणनीति को दर्शाता है, जो पार्टी के पक्ष में काम आई। सोनी, अग्रवाल की पसंद थे और उन्होंने उपचुनाव में सोनी के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार किया था। अग्रवाल ने चुनावी सभाओं में कहा था कि यहां सोनी नहीं बल्कि वे चुनाव लड़ रहे हैं।”
दास ने कहा कि कांग्रेस की हार का कारण रायपुर दक्षिण में खराब जमीनी उपस्थिति और कम प्रोफाइल वाला उम्मीदवार है, जो क्षेत्र में एक जाना-पहचाना चेहरा नहीं है। इसके अलावा रायपुर दक्षिण में लोगों का हिंदुत्व और भाजपा के प्रति झुकाव भी जीत का एक बड़ा कारण है।
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, अग्रवाल से निकटता के कारण सोनी को रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए टिकट दिया गया।
उपचुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि रायपुर दक्षिण की जनता ने पिछले 11 महीनों में उनकी सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर अपनी मुहर लगाई है।
साय ने उपचुनाव में जीत के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कार्यकर्ताओं, पार्टी के नेताओं और क्षेत्र की जनता का धन्यवाद दिया और कहा, “दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र के सभी कार्यकर्ताओं, चुनाव प्रभारी मंत्री, सांसद और नेतागणों, सभी के प्रयास से ऐतिहासिक जीत भाजपा को मिली है। मैं सभी को बधाई और धन्यवाद देता हूं। रायपुर दक्षिण के मतदाताओं को भी धन्यवाद देता हूं। उन्होंने भाजपा पर विश्वास जताया है। मोदी जी की गारंटी पर विश्वास किया है।”
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने पिछले 10 से 11 महीने में प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी को पूरा करने का प्रयास किया है। चाहे वह माता बहनों को महतारी वंदन योजना में एक-एक हजार रुपए देने की बात हो या फिर किसानों को धान का बोनस। हमारी सरकार ने पिछले 10 से 11 महीने में जो विकास कार्य किया, उसपर रायपुर दक्षिण की जनता ने मुहर लगाई है।”
वहीं कांग्रेस ने कहा कि उपचुनाव के नतीजे उनकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे लेकिन वह जनता के जनादेश को स्वीकार करती है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, “दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव के परिणाम पार्टी के अपेक्षाओं के अनुरूप नही आये लेकिन पूरी पार्टी, नेताओं और कार्यकताओं ने एकजुटता से चुनाव लड़ा। दक्षिण विधानसभा एक ऐसी विधानसभा है, जहां कांग्रेस कभी नहीं जीती है। पिछले विधानसभा चुनाव में दक्षिण विधानसभा में कांग्रेस पार्टी सर्वाधिक मतों से हारी थी।”
उन्होंने कहा कि उपचुनाव के नतीजे आमतौर पर सत्ता दल के पक्ष में आते है और जब कांग्रेस की सरकार थी तो कांग्रेस पार्टी ने पांच उपचुनाव जीते थे इसलिए इस जनादेश को कांग्रेस पार्टी स्वीकार करती है और जनता के हित और सरोकार के लिये लड़ाई जारी रहेगी।
भाषा संजीव