बल्लेबाजों के ‘फ्लॉप शो’ के बाद बुमराह ने भारत को मैच में लौटाया
मोना नमिता
- 22 Nov 2024, 03:55 PM
- Updated: 03:55 PM
पर्थ, 22 नवंबर (भाषा) भारत के कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने हरी भरी पिच पर टॉस जीतकर बल्लेबाजी के अपने विवादास्पद फैसले की भरपाई करते हुए शुरूआती स्पैल में कहर बरपाती गेंदबाजी की जिसकी मदद से बल्लेबाजों के फ्लॉप शो के बाद भारत ने आस्ट्रेलिया के सात विकेट 67 रन पर लेकर पहले टेस्ट के पहले दिन शुक्रवार को मैच में वापसी की ।
इस मैच को खराब फॉर्म में चल रहे दोनों टीमों के बल्लेबाजों के बीच मुकाबला माना जा रहा था और पहले दिन 17 विकेट गिरने से इसकी बानगी भी मिली ।
विकेट पर घास होते हुए भी टॉस जीतकर जब बुमराह ने बल्लेबाजी चुनी तो सभी को हैरानी हुई क्योंकि इस विकेट से गेंदबाजों को सीम और अतिरिक्त उछाल मिला । भारत के युवा और अनुभवी बल्लेबाज मेजबान गेंदबाजों का सामना नहीं कर सके ।
टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले नीतिश रेड्डी के 41 रन और ऋषभ पंत के 37 रन को छोड़कर भारतीय पारी में कोई उल्लेखनीय योगदान नहीं दे सका । भारतीय टीम 49 . 4 ओवर में 150 रन पर आउट हो गई ।
मिचेल स्टार्क ने 11 ओवर में 14 रन देकर दो विकेट लिये जबकि जोश हेजलवुड ने 13 ओवर में 29 रन देकर चार विकेट चटकाये । आस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने 15 . 4 ओवर में 67 रन देकर दो विकेट लिये ।
जवाब में आस्ट्रेलिया के पास बुमराह की बेहतरीन गेंदों का कोई जवाब नहीं था । दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में शुमार बुमराह ने दस ओवर में 17 रन देकर चार विकेट लिये । मोहम्मद सिराज ने नौ ओवर में 17 रन देकर दो और पहला मैच खेल रहे हर्षित राणा ने आठ ओवर में 33 रन देकर एक विकेट लिया ।
टेस्ट में पदार्पण कर रहे नाथन मैकस्वीनी (10) को बुमराह ने पगबाधा आउट किया । वहीं उस्मान ख्वाजा (आठ) भी बुमराह की विकेट पर पड़ती खूबसूरत गेंद का शिकार हुए । मार्नस लाबुशेन का कैच टपकाने वाले विराट कोहली ने इस बार कोई गलती नहीं की ।
खराब फॉर्म से जूझ रहे स्टीव स्मिथ (0) पहली ही गेंद पर पगबाधा आउट हो गए ।
बुमराह ने दबाव बनाया जिसका फायदा बाकी गेंदबाजों को भी मिला । राणा ने मिडिल स्टम्प पर जाती गेंद पर ट्रेविस हेड (11) का विकेट चटकाया । आस्ट्रेलिया के चार विकेट 31 रन पर गिर गए थे ।
लाबुशेन ने खाता खोलने के लिये 24 गेंद खेल डाली । वह 52 गेंद में दो रन बनाकर सिराज की गेंद पर पगबाधा आउट हुए । मिचेल मार्श को उन्होंने स्लिप में केएल राहुल के आथों लपकवाया ।
बुमराह ने अपने आखिरी स्पैल में कमिंस का विकेट लिया ।
इससे पहले भारत के लिये पंत (78 गेंद में 37 रन) और रेड्डी ने सातवें विकेट के लिये 48 रन की साझेदारी की । पंत ने आस्ट्रेलियाई कप्तान कमिंस को बैकवर्ड स्क्वेयर लेग पर शानदार छक्का भी लगाया । इससे पहले मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड ने भारतीय शीर्षक्रम को टिकने ही नहीं दिया ।
पंत जब खतरनाक होते दिख रहे थे तब कमिंस ने उन्हें दूसरी स्लिप में कैच आउट कराया ।
पंत और रेड्डी ने कुछ अच्छे शॉट्स खेले । इन दोनों के अलावा भारत के किसी बल्लेबाज में वह जज्बा नहीं दिखा । पिच पर उगी घास से गेंदबाजों को अतिरिक्त उछाल और मूवमेंट मिला । केएल राहुल (74 गेंद में 26 रन) क्रीज पर पैर जमाते दिख रहे थे कि विकेट के पीछे लपके जाने के विवादित फैसले का शिकार हो गए ।
युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और देवदत्त पडिक्कल तो खाता भी नहीं खोल पाये जबकि विराट कोहली (पांच) का खराब फॉर्म जारी रहा । इससे पहले 2011 . 12, 2014 . 15 और 2018 . 19 दौरों पर यहां कमाल करने वाले कोहली बिल्कुल भी सहज नहीं दिखे ।
मिचेल मार्श ने पांच ओवर में 12 रन देकर ध्रुव जुरेल और वॉशिंगटन सुंदर के विकेट लिये ।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ठीक एक साल पहले सेंचुरियन और केपटाउन टेस्ट में बेबस नजर आये जायसवाल को मिचेल स्टार्क ने काफी परेशान किया । उनकी शॉर्टलैंग्थ गेंद जायसवाल के बल्ले से इतनी ऊंचाई पर टकराई कि अगर भारतीय उपमहाद्वीप में होती तो कम से कम एक फुट ऊपर जाती ।
जायसवाल ने बल्ला अड़ाकर खराब शॉट खेला और गली में मार्नस लाबुशेन को कैच दे बैठे ।
चोटिल शुभमन गिल की जगह आये देवदत्त पडिक्कल एक पल को भी सहज नहीं लगे । उन्होंने कई ओवर पिच गेंदें छोड़ी जिन पर रन बन सकते थे ।
वह 23वीं गेंद पर जोश हेजलवुड का शिकार हुए और विकेट के पीछे एलेक्स कारी ने उनका आसान कैच लपका ।
विराट कोहली (पांच) को सुबह के सत्र की सबसे बेहतरीन गेंद खेलने को मिली जब हेजलवुड ने उन्हें शॉर्ट गेंद डाली और वह स्लिप में कैच दे बैठे ।
राहुल जितनी देर क्रीज पर रहे, बेसिक्स पर पूरी तरह से अमल किया । शरीर पर आती गेंदों को खेला और बाकी गेंदों को छोड़ा । उन्होंने कुछ अच्छे पुश ड्राइव भी लगाये । वह लंच से दस मिनट पहले आउट हुए । अपने दूसरे स्पैल के लिए लौटे स्टार्क ने एक गेंद को थोड़ा आगे डाला और स्निकोमीटर ने डिफ्लेक्शन दिखाया, हालांकि बल्लेबाज ने शायद यह संकेत दिया कि जब गेंद किनारे से गुजरी थी, उसी समय उनका बल्ला पैड से टकराया था।
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