गौतम अदाणी को तत्काल गिरफ्तार कर पूछताछ की जाए: राहुल गांधी
हक हक मनीषा नरेश
- 21 Nov 2024, 04:01 PM
- Updated: 04:01 PM
नयी दिल्ली, 21 नवंबर (भाषा) लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उद्योगपति गौतम अदाणी के खिलाफ अमेरिकी अभियोजकों द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला बोला और कहा कि यहां अदाणी को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि गौतम अदाणी की गिरफ्तारी नहीं होगी क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी तथा अदाणी ‘एक’ हैं और इसीलिए दोनों ‘सेफ’ हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में नेता प्रतिपक्ष के रूप में वह और पूरा विपक्ष अदाणी से जुड़े मामले को उठाएगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की प्रमुख माधवी पुरी बुच को उनके पद से तत्काल हटाकर जांच शुरू होनी चाहिए।
अमेरिकी अभियोजकों ने अदाणी और उनके भतीजे सागर अदाणी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देकर सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल किए। इस कथित योजना के तहत 2020 से 2024 तक 25 करोड़ डॉलर (करीब 2236 करोड़ रुपये) की रिश्वत दी गई।
अदाणी समूह ने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों द्वारा लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोप निराधार हैं, समूह द्वारा सभी कानूनों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी ने नारा दिया: एक हैं तो सेफ़ हैं। भारत में नरेन्द्र मोदी और अदाणी एक हैं तो सेफ़ हैं। हिंदुस्तान में अदाणी का कुछ नहीं किया जा सकता है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘यहां मुख्यमंत्री को जेल भेज दिया जाता है और अदाणी 2,000 करोड़ रुपये का घोटाला कर के बाहर घूम रहे हैं क्योंकि नरेन्द्र मोदी उनकी रक्षा कर रहे हैं।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अमेरिका की जांच में कहा गया है कि अदाणी ने हिंदुस्तान और अमेरिका में अपराध किया है। मगर हिंदुस्तान में अदाणी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अदाणी को संरक्षण दे रहे है और अदाणी के साथ अपराध में संलिप्त हैं।
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘अदाणी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सेबी प्रमुख माधवी बुच को पद से हटाया जाए और उनकी जांच हो।’’
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने यह दावा भी किया कि मामले की जांच होने पर आखिर में प्रधानमंत्री का नाम सामने आएगा।
उन्होंने कहा कि विपक्ष संसद के शीतकालीन सत्र में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन के लिए मांग जारी रखेगा। राहुल गांधी ने दावा किया कि अदाणी प्रकरण से प्रधानमंत्री मोदी की विश्वसनीयता ध्वस्त हो गई है।
एक सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यह राजनीतिक, वित्तीय और अफसरशाही से जुड़े लोगों का पूरा नेटवर्क है। एक तरफ ये नेटवर्क देश के राजनीतिक तंत्र को कब्जे में करता है, दूसरी तरफ मुनाफे का काम करता है।’’
उनका कहना था, ‘‘अदाणी ने प्रधानमंत्री मोदी की मदद से बांग्लादेश में काम किया है। इसी तरह श्रीलंका, केन्या में काम किया है, जहां जांच की बात हो रही है। ये एक पूरा पैटर्न है- जिसमें प्रधानमंत्री जहां कहीं भी जाते हैं, वहां अडानी को कारोबार दिलवाते हैं। सच्चाई एक दिन सामने आएगी, क्योंकि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।’’
अदाणी के मामले में विपक्ष शासित राज्यों के उल्लेख के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि जहां भी भ्रष्टाचार है, वहां जांच होनी चाहिए। मगर जांच अदाणी से शुरू होनी चाहिए। अदाणी को गिरफ्तार कीजिए, पूछताछ कीजिए और फिर जो भी इस भ्रष्टाचार में शामिल है, उसे पकड़िए।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘मैं आपको बता रहा हूं कि इस जांच के आखिर में नरेन्द्र मोदी का नाम आएगा और नरेन्द्र मोदी के अंदर क्षमता नहीं है कि वो अदाणी को गिरफ्तार कर सकें। क्योंकि जिस दिन अदाणी को गिरफ्तार किया गया, उस दिन नरेन्द्र मोदी भी फंसेंगे।’’
अदाणी पर आरोप हैं कि उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में सौर परियोजनाओं के अनुबंध और वित्त पोषण हासिल करने लिए बड़े पैमाने पर रिश्वत दी और यह बात उन्होंने अमेरिकी निवेशकों से छिपाई। अदाणी के साथ जिन अन्य लोगों पर आरोप लगे हैं, उनमें उनके भतीजे और अडानी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक सागर अदाणी और कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रहे विनीत जैन शामिल हैं।
भाषा हक हक मनीषा