मणिपुर के विधायक के आवास पर हमले के दौरान नकदी,1.5 करोड़ के आभूषण लूटे गए: पुलिस
शोभना मनीषा
- 21 Nov 2024, 12:04 PM
- Updated: 12:04 PM
इंफाल, 21 नवंबर (भाषा) मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधायक के. जॉयकिशन सिंह की मां ने शिकायत दर्ज कराई है कि 16 नवंबर को विधायक के आवास पर तोड़फोड़ करने वाली भीड़ ने 18 लाख रुपये नकद और 1.5 करोड़ रुपये के आभूषण लूट लिए। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमले के दौरान पश्चिम इंफाल के थांगमेइबंद इलाके में विधायक के आवास पर आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के लिए रखे गए कई सामान भी नष्ट कर दिए गए।
पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ थांगमेइबंद निर्वाचन क्षेत्र के विधायक के. जॉयकिशन सिंह की मां ने इंफाल पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि भीड़ के हमले में 18 लाख रुपये नकद और 1.5 करोड़ रुपये मूल्य की कई मूल्यवान वस्तुएं लूट ली गईं या नष्ट कर दी गईं। इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।’’
उन्होंने बताया कि 16 नवंबर की शाम को भीड़ ने विधायक के आवास पर करीब दो घंटे तक तोड़फोड़ की। जब भीड़ ने विधायक के आवास पर हमला किया था उस वक्त वह घर पर नहीं थे बल्कि अपने किसी परिजन के इलाज के लिए दिल्ली में थे।
जॉयकिशन के घर से कुछ मीटर की दूरी पर टॉम्बिसाना हायर सेकेंडरी स्कूल में स्थापित राहत शिविर में रह रहे एक विस्थापित व्यक्ति ने कहा, ‘‘हमारे जैसे लोगों के लिए आलू, प्याज और सर्दियों के कपड़े आदि रखे थे, ये सब लूट लिए गए।’’
जॉयकिशन की देखरेख में राहत शिविर का प्रबंधन करने वाली स्वयंसेवक सनयाई ने कहा, ‘‘ हमने भीड़ से विधायक के आवास में तोड़फोड़ न करने का आग्रह किया, क्योंकि वहां विस्थापितों को बांटा जाने वाला सामान रखा था।’’
उन्होंने दावा किया कि लॉकर, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान और फर्नीचर में तोड़फोड़ की गई। उन्होंने कहा कि भीड़ ने तीन एयर कंडीशनर ले जाने का प्रयास किया लेकिन वे असफल रहे।
उन्होंने दावा किया कि भीड़ सात गैस सिलेंडर भी ले गई। सनयाई ने बताया कि हमले के दौरान आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के दस्तावेज भी नष्ट कर दिए गए।
सनयाई ने दावा किया कि भीड़ ने आंतरिक रूप से लोगों को धक्का दिया और वहां मौजूद एक स्वयंसेवक से मारपीट भी की।
मणिपुर में पिछले सप्ताह हिंसा बढ़ने के बाद गुस्साए लोगों ने कई विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की थी। यह हिंसा मेइती समुदाय की तीन महिलाओं और तीन बच्चों के जिरीबाम जिले में एक राहत शिविर से लापता होने के बाद भड़की थी। 11 नवंबर को सुरक्षा बलों और संदिग्ध कुकी-जो उग्रवादियों के बीच गोलीबारी में 10 उग्रवादियों के मारे जाने के बाद छह लोग लापता हो गए थे। इन छह लोगों के शव पिछले कुछ दिनों में बरामद किए गए हैं।
भाषा शोभना