मानव तस्करी मुकदमे में गवाह ने कबूला: उसने 500 से अधिक भारतीय प्रवासियों को अमेरिका पहुंचाया
एपी वैभव राजकुमार
- 20 Nov 2024, 08:30 PM
- Updated: 08:30 PM
फर्गस फॉल्स (अमेरिका), 20 नवंबर (एपी) मानव तस्करी के दोषी एक व्यक्ति ने गवाही दी है कि उसने एक अंतरराष्ट्रीय तस्करी गिरोह के हिस्से के रूप में चार वर्षों में 500 से अधिक भारतीय प्रवासियों को अमेरिका-कनाडा सीमा पार कराई।
इस गिरोह के बारे में अभियोजकों ने कहा कि इसके कारण एक परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई।
राजिंदर सिंह (51) ने मंगलवार को कहा कि उसने इस बड़ी योजना के तहत 4,00,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक कमाए, जिसमें दो ऐसे लोग शामिल थे, जिन पर अब मानव तस्करी का मुकदमा चल रहा है।
संघीय अभियोजकों ने कहा कि राजिंदर सिंह ने अमेरिका में बेहतर जीवन के भारतीय नागरिकों के सपनों का फायदा उठाया, ठीक वैसे ही जैसे कि मुकदमे में शामिल लोगों ने उठाया।
सिंह ने भारतीय नागरिक हर्षकुमार रमनलाल पटेल (29) और फ्लोरिडा के स्टीव शैंड (50) के खिलाफ मुकदमे में सुनवाई के दूसरे दिन गवाही दी।
अभियोजकों का कहना है कि तस्करी गिरोह से जुड़े लोगों ने पांच सप्ताह में सीमा पार करके मिनेसोटा में भारतीय प्रवासियों की तस्करी करने का प्रयास करते समय मानव जीवन की तुलना में पैसे कमाने को प्राथमिकता दी। उनका कहना है कि पटेल तस्करी करता था और उसने शैंड को ड्राइवर के रूप में भर्ती किया। दोनों लोगों ने मानव तस्करी से संबंधित चार मामलों में खुद को निर्दोष बताया है।
सिंह ने कहा कि वह पटेल या शैंड से कभी नहीं मिला, लेकिन तस्करी अभियान के एक सदस्य से उनके बारे में सुना। सिंह ने इसका खुलासा किया कि अंतरराष्ट्रीय तस्करी गिरोह कथित तौर पर कैसे काम करता है और किसे निशाना बनाता है।
सिंह ने कहा कि उसने जिन लोगों की तस्करी की, उनमें से ज़्यादातर गुजरात से थे। उसने कहा कि प्रवासी अक्सर तस्करों को भारत से अमेरिका लाने के लिए लगभग 1,00,000 अमेरिकी डॉलर का भुगतान करते थे।
सिंह ने कई संघीय आरोपों में दोषी ठहराए जाने के बाद निर्वासित किये जाने पर तीन बार अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश किया।
उसने कहा कि वह गवाही दे रहा है क्योंकि ऐसा करना सही है। सिंह ने तस्करों के बारे में कहा, ‘‘वे लोगों की जान से खेल रहे हैं। लोगों की जान गयी है।’’
संघीय अभियोजकों का कहना है कि एक परिवार के चार लोग --39 वर्षीय जगदीश पटेल; उनकी पत्नी वैशालीबेन, 11 वर्षीय बेटी विहांगी और तीन वर्षीय बेटा धार्मिक शामिल 19 जनवरी, 2022 को ठंड से जान गंवा बैठे थे। जगदीश पटेल का हर्षकुमार पटेल से कोई संबंध नहीं है।
अभियोजन पक्ष द्वारा मंगलवार को बुलाए गए अन्य गवाहों ने कहा कि जब पीड़ित कनाडा से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, उस रात बर्फ से भरे विशाल खेतों और तेज हवाओं के बीच परिस्थितियां बहुत प्रतिकूल थीं।
एपी वैभव