मणिपुर हिंसा : सीओसीओएमआई ने आंदोलन एक हफ्ते के लिए स्थगित किया
पारुल मनीषा
- 20 Nov 2024, 05:55 PM
- Updated: 05:55 PM
इंफाल, 20 नवंबर (भाषा) मणिपुर में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विधायकों द्वारा नागरिकों की हत्या में शामिल संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के खिलाफ “सामूहिक अभियान” का आह्वान करने वाले प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद ‘द कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी (सीओसीओएमआई)’ ने अपना आंदोलन बुधवार को एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया।
सीओसीओएमआई इंफाल घाटी के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाला एक नागरिक समाज संगठन है।
इंफाल में संवाददाताओं को फैसले की जानकारी देते हुए सीओसीओएमआई के संयोजक सोमोरेंद्रो थोकचोम ने उन क्षेत्रों से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (अफस्पा) को हटाने का आह्वान किया, जहां इसे हाल ही में फिर से लागू किया गया था।
थोकचोम ने कहा, “हम देखेंगे कि विधायकों द्वारा पारित प्रस्ताव का क्रियान्वयन कैसे होता है। आगे की कार्रवाई पर इसके बाद ही फैसला लिया जाएगा।”
एक बयान के मुताबिक, मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग के विधायकों की बैठक में जिरीबाम जिले में सात दिनों के भीतर तीन महिलाओं और तीन बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के खिलाफ “सामूहिक अभियान” चलाने का प्रस्ताव पारित किया गया।
सोमवार रात हुई इस बैठक में 27 विधायक शामिल हुए।
बयान में कहा गया है, “सात दिन के भीतर छह बेकसूर महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सामूहिक अभियान शुरू किया जाएगा।”
हालांकि, आंदोलन को स्थगित करने के सीओसीओएमआई के फैसले की कई महिला संगठनों ने आलोचना की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा।
इस बीच, इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट जिले के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने कर्फ्यू आदेश की अवहेलना करते हुए जिरीबाम में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों द्वारा तीन महिलाओं और तीन बच्चों की हत्या के मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रखा।
भाषा पारुल