मतदाताओं के पहचान पत्र न जांचे कोई भी पुलिसकर्मी: सपा
सलीम खारी
- 19 Nov 2024, 10:40 PM
- Updated: 10:40 PM
लखनऊ, 19 नवंबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीट पर उपचुनावों से एक दिन पहले मंगलवार को निर्वाचन आयोग से आग्रह किया कि मतदान के दिन पुलिसकर्मियों द्वारा किसी भी मतदाता के पहचान पत्र की जांच नहीं कराए जाने के निर्देश जारी किए जाएं।
सपा की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख श्याम लाल पाल ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा, ‘‘पीठासीन अधिकारियों, जिला निर्वाचन अधिकारियों/जिलाधिकारियों, सामान्य पर्यवेक्षकों और पुलिस के अधिकारियों को लिखित आदेश जारी किए जाएं कि 20 नवंबर को मतदान के दिन कोई भी पुलिसकर्मी मतदाता का पहचान पत्र न जांचे।’’
पाल ने निर्वाचन अधिकारियों के लिए जारी निर्देश पुस्तिका का हवाला देते हुए कहा कि मतदान के दिन निर्वाचन अधिकारी मतदाता का पहचान पत्र की जांच कर सकते हैं।
ज्ञापन में पाल ने यह भी कहा, ‘‘इस साल के लोकसभा चुनाव के दौरान विभिन्न मतदान केंद्रों पर सुरक्षा ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों ने अपने पद और शक्ति का दुरुपयोग करते हुए सपा के मतदाताओं खासकर मुस्लिम महिला मतदाताओं की पहचान करने की आड़ में उनके नकाब उठाये, ताकि उन्हें डराया जा सके। उन्हें मतदान केंद्र से बिना अपने मताधिकार का प्रयोग किए लौटना पड़ा। बड़ी संख्या में सपा समर्थक मतदाताओं को भी बिना वोट डाले लौटना पड़ा।''
उन्होंने कहा, ''नतीजा यह हुआ कि चुनाव प्रभावित हुआ और मतदान केंद्रों पर मतदान प्रतिशत में गिरावट आई।''
पाल के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी उपचुनाव में अपनी हार को लेकर डरी हुई है। अखिलेश यादव हार का ठीकरा निर्वाचन आयोग पर फोड़कर जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं। हार के डर से सपा आयोग से बचकानी मांग कर रही है कि पहचान पत्रों की जांच न की जाए जबकि पहले भी बुर्का पहनकर फर्जी मतदान करती महिलाएं पकड़ी जा चुकी हैं।''
सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने ज्ञापन में यह भी दावा किया कि सपा समर्थकों खासकर मुस्लिम बहुल बस्तियों में मतदाता पर्ची का शत-प्रतिशत वितरण नहीं हुआ है। बड़ी संख्या में मतदाताओं को अपना बूथ नंबर और मतदाता क्रमांक नहीं पता है, जिससे चुनाव प्रभावित हो रहा है।
मैनपुरी जिले के करहल विधानसभा क्षेत्र की ओर ध्यान दिलाते हुए पाल ने आरोप लगाया कि करहल से भाजपा प्रत्याशी अनुजेश प्रताप सिंह चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं।
पाल ने कहा, ‘‘मतदान के दिन निर्वाचन आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भाजपा प्रत्याशी के आने-जाने के दौरान आयोग द्वारा नियुक्त एक वीडियोग्राफर उनके साथ रहे और पूरी तरह से उनकी आवाजाही की वीडियोग्राफी की जाए ताकि निष्पक्ष चुनाव हो सके।''
अनुजेश सिंह समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के रिश्तेदार हैं। सपा ने उनके खिलाफ अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप यादव को मैदान में उतारा है।
उत्तर प्रदेश की जिन नौ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है उनमें कटेहरी (आंबेडकरनगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल हैं। नतीजे 23 नवंबर को आयेंगे।
भाषा सलीम