नयी यात्रा पर निकल पड़ा है भारत, अब विकसित भारत बनाना लक्ष्य : प्रधानमंत्री मोदी
आशीष सुरेश
- 17 Nov 2024, 11:59 PM
- Updated: 11:59 PM
(फोटो के साथ)
अबुजा, 17 नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि आत्मविश्वास से भरा भारत एक नयी यात्रा पर निकल पड़ा है और अब लक्ष्य ‘विकसित भारत’ का निर्माण करना है।
नाइजीरिया की राजधानी में प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि भारत विकास, शांति, समृद्धि और लोकतंत्र का प्रतीक बनकर दुनिया के लिए एक नयी उम्मीद के रूप में उभरा है। मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत ‘‘सन्नू, नाइजीरिया’’ से की, जिसका मतलब ‘‘नमस्ते नाइजीरिया’’ है।
मोदी ने कहा, ‘‘मैं अपने साथ भारत की मिट्टी की सुगंध और करोड़ों भारतीयों की ओर से आप सभी के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं लेकर आया हूं।’’
मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत अपनी सुविधाजनक स्थिति से बाहर निकल चुका है और नयी चीजें करते हुए नये रास्ते बना रहा है। उन्होंने कहा कि यही आज के भारत का सार बन गया है।
प्रधानमंत्री ने ‘मोदी-मोदी’ के नारों के बीच कहा, ‘‘विश्वास से भरा भारत आज एक नयी यात्रा पर निकल पड़ा है। लक्ष्य स्पष्ट है-विकसित भारत का निर्माण करना।’’
मोदी ने कहा कि भारत में अब 1.5 लाख से अधिक पंजीकृत ‘स्टार्टअप’ हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दशक में 100 से अधिक यूनिकॉर्न बनाए गए हैं। एक यूनिकॉर्न का मतलब है 8,000-10,000 करोड़ रुपये की पूंजी वाली कंपनी। सौ से अधिक कंपनियां भारत की स्टार्टअप संस्कृति की सफलता का सबूत हैं।’’
उन्होंने कहा कि भारत ने पिछले दशक में अपने सकल घरेलू उत्पाद में 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर जोड़े हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘दस वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार दोगुना हो गया है। आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। वह दिन दूर नहीं जब भारत पांच ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा।"
मोदी ने कहा कि अंतरिक्ष उद्योग में भारत की प्रगति के लिए दुनिया उसकी प्रशंसा कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत ने तय किया है कि जल्द ही अपने गगनयान के जरिये भारतीयों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अंतरिक्ष में अपना स्टेशन भी बनाने वाला है। उन्होंने कहा कि भारत का रक्षा निर्यात लगभग 30 गुना बढ़ गया है।
मोदी ने नाइजीरिया में भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए कहा कि कई भारतीय कंपनियां इस अफ्रीकी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय समुदाय नाइजीरिया के विकास के लिए उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहा है और यह भारत के लोगों की बड़ी ताकत है। हम दूसरे देश में भले ही आएं, लेकिन हम सभी के कल्याण के अपने मूल्यों को नहीं भूलते। हमारे लिए पूरा विश्व एक परिवार है।’’
उन्होंने टोलाराम नूडल्स और तुलसी चैनराय फाउंडेशन का उदाहरण देते हुए कहा कि किस तरह भारतीयों ने नाइजीरिया में सकारात्मक योगदान दिया है। मोदी ने यह भी कहा कि नाइजीरिया में हिंदी भाषा तेजी से लोकप्रिय हो रही है। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय फिल्मों के साथ दोस्ती स्पष्ट है...लोग सभी भारतीय फिल्मों और अभिनेताओं के नाम याद रखते हैं।’’
मोदी ने कहा कि गुलामी के दौर में भारत और नाइजीरिया दोनों देशों के लोगों ने आजादी के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत को आजादी मिली, तो उसने नाइजीरिया में भी स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जहां भारत लोकतंत्र की जननी है, वहीं नाइजीरिया अफ्रीका का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हम दोनों में लोकतंत्र, विविधता और जनसांख्यिकी की ऊर्जा की समानता है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के दौरान जब दुनिया भर के देशों को टीकों की सख्त जरूरत थी, तब भारत ने अधिक से अधिक देशों को टीके उपलब्ध कराने की पहल की।’’
मोदी ने कहा कि पिछले वर्षों में भारत ने वैश्विक मंचों पर अफ्रीका की आवाज उठाने के लिए हरसंभव प्रयास किया है। उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत को पहली बार जी-20 की अध्यक्षता मिली, तो हमने अफ्रीकी संघ को स्थायी सदस्य बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया और भारत इसमें सफल भी रहा।’’
मोदी ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टिनुबू को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने इस सम्मान को बड़ी विनम्रता से स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सम्मान केवल उनके लिए ही नहीं, बल्कि सभी भारतीयों के लिए है।
मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण के नाइजीरिया में थे। यह यात्रा 17 वर्षों में भारत के प्रधानमंत्री की नाइजीरिया की पहली यात्रा थी। नाइजीरिया की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील रवाना हो गए।
भाषा आशीष