हेमंत सोरेन ने मईया सम्मान योजना चलाने के लिए वृद्धावस्था पेंशन रोकी: हिमंत विश्व शर्मा
सुरेश रंजन
- 16 Nov 2024, 08:50 PM
- Updated: 08:50 PM
धनबाद (झारखंड) 16 नवंबर (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को झारखंड के अपने समकक्ष हेमंत सोरेन पर मईया सम्मान योजना के लिए वृद्धावस्था पेंशन का भुगतान रोकने का आरोप लगाया।
झारखंड चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सह-प्रभारी शर्मा ने जामताड़ा और धनबाद में भाजपा उम्मीदवारों- सीता सोरेन और राज सिन्हा- के समर्थन में रैलियों को संबोधित करते हुए दावा किया कि सोरेन ने वृद्धावस्था पेंशन के फंड को मईया सम्मान योजना में बदल दिया।
शर्मा ने आरोप लगाया कि सोरेन ‘‘ससुर और सास से वृद्धावस्था पेंशन छीनकर तथा नयी योजना के तहत बहुओं को पैसे देकर पारिवारिक विवाद पैदा कर रहे हैं।’’
उन्होंने वादा किया कि अगर भाजपा सत्ता में लौटती है, तो वे वृद्धावस्था पेंशन राशि को बढ़ाकर 2,500 रुपये करेंगे और गोगो दीदी योजना के तहत महिलाओं को 2,100 रुपये प्रदान करेंगे।
शर्मा ने यह भी कहा कि यह चुनाव घुसपैठियों से झारखंड की 'रोटी, बेटी और माटी' को बचाने की लड़ाई है।
उन्होंने कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पर घुसपैठियों के प्रति सहानुभूति रखने का आरोप लगाया, क्योंकि वे मतों की खातिर उन (घुसपैठियों) पर भरोसा करते हैं।
असम के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि आदिवासियों की "रोटी, बेटी और माटी" लूटने वालों के खिलाफ मामले दर्ज नहीं किए जाते हैं।
शर्मा ने पिछले विधानसभा चुनावों में पांच लाख युवाओं को नौकरी और शादियों के लिए सोने के सिक्के देने सहित अपने वादों से पीछे हटने के लिए सोरेन की आलोचना की।
शर्मा ने दावा किया कि बेटियों को दिए गए सोने के सिक्के झारखंड के पूर्व मंत्री आलमगीर आलम ने "खा लिये" और उनके घर से बरामद 35 करोड़ रुपये झारखंड के लोगों के हैं।
भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि सोरेन युवाओं को नौकरी देने में विफल रहे हैं। अपने आरोप के समर्थन में उन्होंने उस भर्ती प्रक्रिया का हवाला दिया, जिसमें जुलाई-अगस्त में अत्यधिक गर्मी के दौरान भर्ती प्रक्रिया चलाने के कारण 20 युवाओं की मौत हो गई थी।
उन्होंने बेरोजगारी भत्ते के रूप में 5,000 से 7,000 रुपये देने के अपने वादे से मुकरने के लिए सोरेन की आलोचना की।
कांग्रेस नेताओं- इरफान अंसारी और आलमगीर आलम पर घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए शर्मा ने सुझाव दिया कि झारखंड को बचाने के लिए दोनों नेताओं को "गंगा मैया की सेवा के लिए भेजा जाना चाहिए"।
भाषा सुरेश