अगले कोलकाता पुस्तक मेले में बांग्लादेश की सहभागिता पर अबतक कोई निर्णय लिया गया: आयोजक
राजकुमार रंजन
- 16 Nov 2024, 07:01 PM
- Updated: 07:01 PM
कोलकाता, 16 नवंबर (भाषा) पिछले वर्षों के विपरीत इस बार बांग्लादेश 28 जनवरी से शुरू हो रहे 48 वें अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले में शामिल होने वाले देशों की सूची में शामिल नहीं है। आयोजकों ने यह जानकारी दी।
आयोजकों ने बताया कि इस साल यह मेला जर्मनी संबंधी विषयों पर केंद्रित रहेगा और उसमें वहां की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और साहित्यिक विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा।
‘पब्लिसर्श एंड बुकशेलर्स गिल्ड’ द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि बांग्लादेश इस मेले में शामिल होने वाले देशों के सूची से आश्चर्यजनक ढंग से गायब है।
बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस, इटली, स्पेन और कई लातिन अमेरिकी देशों के साथ-साथ दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के प्रकाशन भी इसमें शामिल होंगे।
गिल्ड के अध्यक्ष त्रिदिब चटर्जी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया,‘‘2007 और 2021 में अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण मेला आयोजित नहीं किया जा सका। उन दो वर्षों को छोड़कर बांग्लादेश पुस्तक मेले में नियमित रूप से शामिल होता रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन महीनों के दौरान पड़ोसी देश में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, जब गंभीर चिकित्सा आपात स्थितियों को छोड़कर वीजा भी नहीं दिया जा रहा है, गिल्ड अपने आप कोई निर्णय नहीं ले सकता है। हमें नीतिगत निर्णयों के लिए विदेश मंत्रालय से और कानून-व्यवस्था की चिंताओं के संबंध में राज्य सरकार से सलाह लेनी होगी।’’
गिल्ड के एक अन्य कार्यकारी सदस्य अपू डे ने कहा,‘‘पड़ोसी देश में हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर, केवल केंद्र और राज्य सरकारें ही इस मुद्दे पर निर्णय ले पाएंगी। अभी तक हमने किसी भी बांग्लादेशी प्रकाशन या उनकी शीर्ष संस्था से संपर्क नहीं किया है। देखते हैं कि आने वाले दिनों में स्थिति क्या होती है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या केवल बांग्लादेशी लेखकों की पुस्तकें बेचने वाली किताबों की दुकानों को - जिनमें से कई बंगाल में बेहद लोकप्रिय हैं - भाग लेने की अनुमति दी जाएगी, डे ने जवाब दिया, ‘‘हम मेले में केवल पुस्तक विक्रेताओं को अनुमति नहीं देते हैं। वे प्रकाशक ही होने चाहिए।’’
उन्होंने स्पष्ट किया, ‘‘लोकप्रिय बांग्लादेशी लेखकों की साहित्यिक कृतियां अभी भी मेरे अपने प्रकाशन गृह, डे पब्लिशिंग सहित भारतीय प्रकाशकों के स्टॉल के माध्यम से पाठकों के लिए उपलब्ध रहेंगी।’’
मेले के दौरान साहित्यिक चर्चाओं में बांग्लादेशी गणमान्य व्यक्तियों के शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में, चटर्जी ने कहा, ‘‘जैसा कि मैं कह चुका हूं, अभी स्थिति अस्थिर है। वीजा का मुद्दा केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में है।’’
मेले के 48वें संस्करण का उद्घाटन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी साल्ट लेक के सेंट्रल पार्क में करेंगी।
भाषा
राजकुमार