जी20 में सार्थक चर्चा को लेकर हूं आशान्वित: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
राजकुमार वैभव
- 16 Nov 2024, 04:44 PM
- Updated: 04:44 PM
(तस्वीर के साथ)
नयी दिल्ली, 16 नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि वह ब्राजील में होने वाले अगले जी-20 शिखर सम्मेलन में ‘सार्थक’ चर्चा को लेकर आशान्वित हैं जिसने पिछले वर्ष भारत की अध्यक्षता में हुए सम्मेलन के निष्कर्ष के आधार पर इस समूह के लिए व्यापक एजेंडा तय किया था।
मोदी ने नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की अपनी पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले यहां जारी एक एक बयान में यह टिप्पणी की।
प्रधानमंत्री का पहला गंतव्य नाइजीरिया होगा जहां से वह ब्राजील जायेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ब्राजील में, मैं ‘ट्रोइका’ सदस्य के रूप में 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा। पिछले वर्ष, भारत की सफल अध्यक्षता ने जी-20 को लोगों का जी-20 बना दिया तथा ‘ग्लोबल साउथ’ की प्राथमिकताओं को इसके एजेंडे में शामिल कर दिया।’’
मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन 18-19 नवंबर को रियो डि जेनेरियो में होने वाले इस सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं में शामिल होंगे।
भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के साथ जी-20 ‘ट्रोइका’ का हिस्सा है। जब किसी संगठन का कोई मुख्यालय नहीं होता है तथा उसका जिम्मा पिछले, वर्तमान एवं अगले अध्यक्ष देश पर होता है तब ये देश ‘ट्रोइका’ कहलाते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इस वर्ष, ब्राजील ने भारत की विरासत को आगे बढ़ाया है। मैं ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के अपने दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सार्थक चर्चा की आशा करता हूं। मैं इस अवसर का उपयोग कई अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए भी करूंगा।’’
पचपन देशों के अफ्रीकी संघ को जी-20 में स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने और यूक्रेन संघर्ष पर गहरे मतभेद के बावजूद नेताओं का घोषणापत्र जारी करने में कामयाबी हासिल करने को लेकर पिछले साल भारत की अध्यक्षता में हुए जी-20 सम्मेलन को मील के पत्थर के रूप में देखा गया।
नाइजीरिया की अपनी यात्रा के बारे में मोदी ने कहा कि यह ‘हमारी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का अवसर होगा, जो लोकतंत्र और बहुलतावाद में साझा विश्वास पर आधारित है।’
प्रधानमंत्री नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टिनुबू के निमंत्रण पर 16-17 नवंबर के दौरान नाइजीरिया की यात्रा पर रहेंगे।
मोदी ने कहा, ‘‘पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्र में हमारे घनिष्ठ साझेदार नाइजीरिया की यह मेरी पहली यात्रा होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारतीय समुदाय एवं नाइजीरिया के मित्रों के साथ मुलाकात को लेकर भी आशान्वित हूं जिन्होंने हिंदी में मुझे हार्दिक स्वागत संदेश भेजे हैं।’’
अपनी इस यात्रा के तीसरे पड़ाव में मोदी 19-20 नवंबर को गुयाना में होंगे। वह गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर वहां जा रहे हैं।
यह पिछले 50 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली गुयाना यात्रा होगी।
मोदी ने कहा, ‘‘साझी धरोहर, संस्कृति एवं मूल्यों पर आधारित अपने विशिष्ट संबंधों को रणनीतिक दिशा देने के लिए हम विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सबसे पुराने भारतीय प्रवासी समुदायों में से एक के प्रति भी अपना सम्मान अर्पित करूंगा, जो 185 साल से भी पहले वहां गये थे। मैं उनकी संसद को संबोधित करते हुए उनके लोकतंत्र से जुड़ूंगा।’’
मोदी ने गुयाना में भारत-कैरिकॉम सम्मेलन की भी चर्चा की।
कैरिबियाई समुदाय (कैरिकॉम) कैरिबियाई क्षेत्र में 15 सदस्य देशों का एक अंतरसरकारी संगठन है जिसका प्राथमिक उद्देश्य सदस्यों के बीच आर्थिक समेकन एवं सहयोग को बढ़ावा देना है।
मोदी ने कहा, ‘‘मैं दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में कैरेबियाई साझेदार देशों के नेताओं से भेंट करूंगा। हम हर अच्छे-बुरे समय में एक साथ खड़े रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘शिखर सम्मेलन हमें ऐतिहासिक संबंधों को नवीनीकृत करने और अपने सहयोग का नये आयामों तक विस्तार करने में सक्षम बनाएगा।’’
मोदी ने ‘एक्स’ पर भी एक पोस्ट में तीन देशों की अपनी यात्रा का संक्षिप्त उल्लेख किया।
उन्होंने लिखा, ‘‘अगले कुछ दिनों में मैं नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना में रहूंगा। मुझे द्विपक्षीय और बहुपक्षीय दोनों तरह के कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलेगा, जिससे विभिन्न देशों के साथ भारत के संबंधों को गति मिलेगी।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘मैं ब्राजील में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा और गुयाना में कैरेबियाई नेताओं से मिलूंगा। इस यात्रा के दौरान मैं भारतीय समुदाय से भी मिलूंगा।’’
भाषा
राजकुमार