पंत का दुर्घटना की चोट से उबरना चमत्कार था, मुझे लगा था कि वह कभी नहीं खेल पायेंगे: शास्त्री
आनन्द पंत
- 16 Nov 2024, 03:17 PM
- Updated: 03:17 PM
मेलबर्न, 16 नवंबर (भाषा) भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भीषण कार दुर्घटना के बाद जब विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को अस्पताल में देखा था तब उनके क्रिकेट भविष्य को लेकर अनिश्चित थे। उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज के चोट से उबरने को ‘चमत्कार’ करार दिया।
पंत ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बीते सत्र में सीमित ओवरों की क्रिकेट में वापसी करने के बाद दलीप ट्रॉफी से लाल गेंद प्रारूप में सफल वापसी की थी। वह बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला में भारतीय टीम का हिस्सा थे।
शास्त्री ने ‘न्यूज डॉट कॉम डॉट एयू’ से कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो, अगर आपने उसे देखा होता तो आप उससे दोबारा क्रिकेट खेलने की उम्मीद नहीं करते।’’
भारत के इस पूर्व हरफनमौला ने कहा,‘‘मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा। वह बहुत पीड़ादायक स्थिति में था। उसके चोटिल होने के एक महीने बाद मैं उसे अस्पताल में देखने गया था। उसे काफी चोट लगी थी और पूरे शरीर पर चोट के निशान थे।’’
शास्त्री ने कहा, ‘‘उसका एक बड़ा ऑपरेशन हुआ था और हर जगह टांके लगे थे। उस स्थिति से ठीक होकर क्रिकेट खेलना एक चमत्कार है। फिर आगे बढ़ना और विश्व कप विजेता टीम में खेलना और टेस्ट टीम का हिस्सा बनना वास्तव में एक बड़ी और उल्लेखनीय उपलब्धि है।’’
भारतीय टीम 22 नवंबर से शुरू होने वाली पांच मैचों बॉर्डर गावस्कर श्रृंखला के लिए ऑस्ट्रेलिया में है और इस देश में पंत का औसत 62 का है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पिछले दो दौरे में टीम की सफलता में शानदार भूमिका निभाई थी।
सड़क दुर्घटना की चोट से वापसी करने के बाद से पंत शानदार लय में है।
शास्त्री ने कहा, ‘‘ वह शानदार लय के साथ ऑस्ट्रेलिया आया है। वह ऐसा खिलाड़ी जिसका खौफ ऑस्ट्रेलिया की टीम में है। जब वह अस्पताल में था तब हालांकि इस बात की बेहद कम संभावना था कि वह इस दौरे का हिस्सा बनेगा।’’
शास्त्री ने कहा, ‘‘अब जब आप उनसे बात करते हैं तो खेल के प्रति उनके मन में सम्मान और भी बढ़ जाता है। अपनी वापसी के बाद से वह इस खेल को और अधिक महत्व देता है। मैंने उसे टेस्ट क्रिकेट के मुताबिक फिटनेस हासिल करने के लिए काफी कड़ी मेहनत करते हुए देखा है।’’
पंत दिसंबर 2022 में नयी दिल्ली से अपने गृह नगर रुड़की लौटते समय कार दुर्घटना में घायल हो गए थे।
भाषा आनन्द