देव दीपावली पर 21 लाख दीपों से रोशन हुई काशी
सं आनन्द आशीष
- 15 Nov 2024, 11:52 PM
- Updated: 11:52 PM
वाराणसी, (उप्र) 15 नवंबर (भाषा) देव दीपावली के अवसर पर काशी दीपों की रोशनी से नहा उठी।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि देव दीपावली पर काशी 21 लाख दीपों से रोशन हुई। उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर श्रृंखलाबद्ध दीपों ने अद्वितीय अलौकिक दृश्य प्रस्तुत किया।
देव दीपावली का पहला दीप नमो घाट पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रज्वलित किया। इस दौरान नमो घाट पर भव्य आतिशबाजी भी हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में गंगा के तट पर समारोह के दौरान, उपराष्ट्रपति धनखड़ और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कलाकारों से बातचीत की और ‘डमरू’ समूह के युवाओं का उत्साहवर्धन किया। देव दीपावली के उत्सव को और भी उत्साहपूर्ण बनाने के लिए उप राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री दोनों ने खुद डमरू बजाया।
इसके बाद उपराष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित अन्य मेहमानों ने क्रूज पर सवार होकर मां गंगा की महाआरती का दर्शन किया।
वहीं चेत सिंह घाट पर 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग, लेजर शो और गंगा पार रेत पर आतिशबाजी के भव्य दृश्य ने उपस्थित सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। विशेष आकर्षण का केंद्र बना पांडेय घाट, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रसिद्ध नारा बंटोगे तो कटोगे’ को 51 हजार दीपों से उकेरा गया।
दशाश्वमेध घाट पर आयोजित महाआरती में धर्म के साथ-साथ राष्ट्रवाद का संदेश भी दिया गया। अमर जवान ज्योति की अनुकृति पर वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस वर्ष महाआरती कारगिल युद्ध के शहीदों को समर्पित रही और 'भगीरथ शौर्य सम्मान' के तहत वीर योद्धाओं को सम्मानित किया गया। 21 अर्चक व 42 देव कन्याओं रिद्धि सिद्धि के रूप में दशाश्वमेध घाट पर महाआरती की।
शहर के छह प्रमुख स्थानों पर लगी एलईडी स्क्रीन पर दशाश्वमेध घाट की देव दीपावली की महाआरती का सजीव प्रसारण किया गया। पर्यटकों के लिए इस बार काशी के चेत सिंह घाट पर 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग शो का आयोजन किया गया, जिसमें काशी का धार्मिक इतिहास और गंगा अवतरण की कथा प्रस्तुत की गई।
भाषा सं आनन्द