प्रधानमंत्री गरीबों की कीमत पर अरबपतियों के हितों की पूर्ति कर रहे हैं : राहुल गांधी
प्रशांत माधव
- 15 Nov 2024, 09:46 PM
- Updated: 09:46 PM
महगामा/बेरमो (झारखंड), 15 नवंबर (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर देश के गरीबों की कीमत पर अरबपतियों के हितों की पूर्ति करने का आरोप लगाया।
गांधी ने झारखंड में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए मोदी पर संविधान को नष्ट करने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया। गांधी ने संविधान को “देश की आत्मा” करार दिया।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) संविधान की रक्षा के लिए लड़ रहा है, जबकि भाजपा इसे कूड़ेदान में डालने की कोशिश कर रही है।
झारखंड के गोड्डा जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि राहुल गांधी ‘लाल किताब’ दिखा रहा है। मोदी जी, इस किताब का रंग जरूरी नहीं है। इसमें जो लिखा है, वह जरूरी है। अगर आपने इसे पढ़ा होता तो आप लोगों में नफरत नहीं फैलाते, सबको एक दूसरे से नहीं लड़ाते।”
उन्होंने आरोप लगाया, “यह ‘इंडिया’ और भाजपा-आरएसएस के बीच विचारधारा की लड़ाई है। हम संविधान की रक्षा कर रहे हैं और भाजपा-आरएसएस इसे कूड़ेदान में फेंकने की कोशिश कर रहे हैं। वे हिंसा फैला रहे हैं और जाति, पंथ और धर्म के आधार पर समाज को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।”
बोकारो जिले के बेरमो में एक अन्य रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने संविधान को “देश की आत्मा” बताया और प्रधानमंत्री मोदी पर उसको नष्ट करने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
उन्होंने संविधान की एक प्रति दिखाते हुए कहा, “संविधान देश की आत्मा है। प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि यह अंदर से खाली है। इसे देखिए, इसमें विषय-वस्तु है। वह कहते हैं कि राहुल लाल किताब दिखाते हैं; इसकी विषय-वस्तु महत्वपूर्ण है, रंग नहीं।”
भाजपा ने कांग्रेस नेता पर हाल ही में महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम में खाली पन्नों वाली संविधान की “नकली” प्रति प्रदर्शित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी संविधान को नष्ट करना चाहते हैं, लेकिन कोई भी ताकत ऐसा नहीं कर सकती।”
गांधी ने कहा कि वह मोदी या “उनके 56 इंच के सीने” से नहीं डरते। उन्होंने आरोप लगाया, “वह अरबपतियों की कठपुतली हैं।”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वह दिन में लोगों को शिक्षा देते हैं और रात में उद्योगपतियों की शादियों का आनंद लेते हैं।
गांधी ने दावा किया कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार को जमीन हड़पने के लिए गिराया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी मुंबई के धारावी में एक लाख करोड़ रुपये की जमीन एक उद्योगपति को सौंपने की कोशिश कर रहे हैं।
गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने देश के अरबपतियों के कल्याण के लिए काम किया और संस्थानों, कॉलेजों, उद्योगों, अस्पतालों और बंदरगाहों का निजीकरण किया।
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “उन्होंने देश की संपत्ति 25 पूंजीपतियों को सौंप दी। प्रधानमंत्री मोदी ने उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया, लेकिन गरीब लोगों, किसानों और दलितों के लिए कुछ नहीं किया।”
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी और नोटबंदी के जरिए देश के युवाओं को बेरोजगार बना दिया।
गांधी ने कहा कि हालांकि प्रधानमंत्री मोदी गरीबों के प्रति सम्मान की बात करते हैं, लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं करते। देश भर में जाति जनगणना की जरूरत की वकालत करते हुए कांग्रेस नेता ने दावा किया कि इससे भारत की सूरत बदल जाएगी।
उन्होंने कहा कि जाति जनगणना से विभिन्न संस्थाओं में आदिवासियों, दलितों और ओबीसी की स्थिति का पता चलेगा।
गांधी ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह जाति जनगणना सुनिश्चित करेगी और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटा देगी।
उन्होंने कहा, “अगर हम झारखंड में सत्ता में आए तो हम अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण को मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत, अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण को मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण को मौजूदा 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करेंगे।”
गांधी ने आरोप लगाया कि अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) भारत की आबादी का 90 प्रतिशत हिस्सा हैं, लेकिन सरकारी संस्थानों में उनका प्रतिनिधित्व नहीं है।
उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेता हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा और कहा, “झारखंड में आपके द्वारा चुने गए एक आदिवासी मुख्यमंत्री को सलाखों के पीछे डाल दिया गया।”
भाजपा पर “घृणा और हिंसा” फैलाने का आरोप लगाते हुए गांधी ने कहा कि इसे प्यार के जरिए खत्म किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, “हमारी ‘मोहब्बत की दुकान’ है, उनके पास ‘नफरत का बाजार’ है।” उन्होंने कहा कि उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक 4,000 किलोमीटर की पदयात्रा “प्रेम का संदेश फैलाने के लिए की है, क्योंकि भाजपा की नफरत और विभाजनकारी नीतियों को केवल प्रेम से ही जीता जा सकता है।”
इस बीच, गांधी को बेरमो में दूसरी सभा के लिए देरी हो गई, क्योंकि उनका हेलीकॉप्टर, जो उन्हें एक चुनावी रैली को संबोधित करने के बाद वापस ले जाने वाला था, लगभग दो घंटे तक उड़ान की मंजूरी मिलने के इंतजार में खड़ा रहा, जिसके बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह राजनीति से प्रेरित था।
राज्य मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने आरोप लगाया, “हमारे नेता राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को करीब दो घंटे तक उड़ान नहीं भरने दी गई, जिससे उनकी जान को गंभीर खतरा पैदा हो गया। यह केंद्र के इशारे पर सुरक्षा में चूक थी।”
अधिकारियों ने बताया कि यह देरी इस कारण हुई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विशेष वायुसेना विमान में तकनीकी खराबी आने के कारण झारखंड के देवघर हवाई अड्डे पर करीब दो घंटे तक फंसे रहने के बाद हवाई क्षेत्र को “उड़ान निषिद्ध क्षेत्र” घोषित कर दिया गया था।
प्रधानमंत्री ने आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए जमुई का दौरा किया, जिसे ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया गया।
भाषा प्रशांत