कांग्रेस कोविड-19 प्रबंधन पर जांच को भाजपा के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही: सुधाकर
आशीष माधव
- 15 Nov 2024, 06:53 PM
- Updated: 06:53 PM
चिक्कबल्लापुर (कर्नाटक), 15 नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद के. सुधाकर ने शुक्रवार को कांग्रेस नीत सरकार पर भाजपा के पूर्ववर्ती शासन के दौरान कोविड-19 प्रबंधन की जांच का इस्तेमाल उनकी पार्टी के खिलाफ ‘‘राजनीतिक हथियार’’ के रूप में करने का आरोप लगाया।
न्यायमूर्ति जॉन माइकल डी'कुन्हा आयोग की सिफारिश के आधार पर कांग्रेस नीत सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार के दौरान कोविड-19 प्रबंधन में कथित अनियमितताओं की जांच शुरू की है।
सुधाकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जांच होने दीजिए। उन्होंने जांच को हमारे खिलाफ हथियार बना लिया है। हम किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। हमने समझदारी से काम किया और कोविड-19 के दौरान लोगों की जान बचाई, जबकि कांग्रेस नेता घर के अंदर रहे।’’
उन्होंने महामारी से निपटने के लिए पिछली भाजपा सरकार का बचाव किया और संकट के दौरान अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा उठाए गए जोखिमों पर प्रकाश डाला। सुधाकर ने जांच के दायरे को बदलने के लिए कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि डी'कुन्हा आयोग ने केवल एक अंतरिम रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘जांच अधूरी है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की एक उप-समिति का गठन किया गया। एक महीने के भीतर ही उन्होंने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का भी आदेश दिया है।’’
पूर्ववर्ती भाजपा नीत सरकार ने स्थानीय स्तर पर उपलब्ध 330 रुपये की कीमत वाली पीपीई किट के बजाय चीन और हांगकांग से 2,100 रुपये में पीपीई किट खरीदी, कांग्रेस के इस आरोप पर सुधाकर ने उस समय पीपीई किट की उपलब्धता पर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा, ‘‘पीपीई किट कहां थे? तत्कालीन मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और स्वास्थ्य मंत्री श्रीरामुलु ने केंद्र से चर्चा करके और चीन से आयात करके उन्हें खरीदा था।’’
सुधाकर ने कांग्रेस के दावों को ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ बताते हुए खारिज कर दिया और आरोप लगाया कि पार्टी का उद्देश्य भाजपा नेताओं की प्रतिष्ठा को ‘‘धूमिल’’ करना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा नेताओं को खलनायक के रूप में दिखाना चाहती है, लेकिन इससे उन्हें कोई लाभ नहीं होगा।
भाषा आशीष